कोटवारों के लिए 15 दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ, कलेक्टर व एसपी ने पुलिस लाइन में किया उद्घाटन..

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कानून व्यवस्था, साइबर क्राइम, पर्यावरण संरक्षण जैसे विषयों पर मिलेगा विशेष प्रशिक्षण

निर्मल अग्रवाल ब्यूरो प्रमुख मुंगेली 8959931111

मुंगेली- जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग के संयुक्त तत्वावधान में कोटवारों की भूमिका को अधिक प्रभावी एवं सशक्त बनाने हेतु आज रक्षित केन्द्र मुंगेली में ‘‘पहल’’ के बैनरतले 15 दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन कलेक्टर कुन्दन कुमार एवं पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने मां सरस्वती के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर विधिवत रूप से किया।

इस प्रशिक्षण में जिले के 45 वर्ष से कम उम्र के कोटवारों को कानून व्यवस्था, नवीन कानून, साइबर क्राइम, भीड़ प्रबधन, राजस्व मामलों में कोटवारो की भूमिका, आपदा प्रबंधन एवं राहत बचाव कार्य, यातायात, शासन की विभिन्न योजनाएं, पर्यावरण संरक्षण आदि विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन और अधिक दक्षता व जागरूकता के साथ कर सकें।

‘‘कोटवार शासन-प्रशासन की महत्वपूर्ण कड़ी हैं’’ – कलेक्टर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर कुन्दन कुमार ने कहा कि कोटवार प्रशासन की आंख और कान होते हैं। वे गांवों की प्राथमिक जानकारी के प्रमुख स्रोत हैं और शासन की योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाते हैं।

उन्होंने कोटवारों से कहा कि वे गांवों में सकारात्मक माहौल बनाएं, किसी भी घटना या सूचना को तत्काल प्रशासन तक पहुंचाएं और लोगों को शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने में सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा, “सशक्त प्रशासन की नींव जमीनी स्तर पर कार्यरत कर्मचारियों से ही पड़ती है। कोटवार न केवल सूचना संप्रेषण की कड़ी हैं, बल्कि ग्रामीण विकास के आधार स्तंभ भी हैं। यह प्रशिक्षण एक अनुकरणीय पहल है, जो आने वाले समय में प्रदेश भर के लिए मॉडल बनेगा।”

“कोटवारों की भूमिका प्रशासन की सफलता में अहम” – पुलिस अधीक्षक पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने कहा कि प्रशासन का कार्य केवल योजनाओं को बनाना नहीं, बल्कि उन्हें सुचारू रूप से क्रियान्वित करना भी है और इसमें कोटवारों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।

उन्होंने बताया कि “कलेक्टर के नेतृत्व में जिले में सुशासन तिहार, मिशन 90 प्लस, आयुष्मान कार्ड वितरण जैसे अभियानों में उल्लेखनीय कार्य हुआ है। अब इसी कड़ी में कोटवारों को प्रशिक्षित कर प्रशासनिक व्यवस्था को और अधिक मजबूत किया जा रहा है।” उन्होंने कोटवारों से तकनीकी सोच विकसित करने, प्रशिक्षण के हर पहलू को गंभीरता से लेने और अपने अनुभवों को साझा करने का आह्वान किया।

उन्होने बताया कि इस 15 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण को चार बेचो में विभाजित किया गया है। इसके साथ ही फिजिकल फिटनेस के लिए दौड़, योगा, पीटी एवं खेलकूद की गतिविधि को भी शामिल किया गया है। वनमण्डलाधिकारी अभिनव कुमार ने कहा कि मुंगेली ऐसा पहला जिला है, जहां कोटवारों के लिए इस प्रकार का व्यापक प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है।

उन्होंने कोटवारों से पर्यावरण जागरूकता, जल संरक्षण एवं वृक्षारोपण में ग्रामीणों को प्रेरित करने का आग्रह किया। अतिरिक्त कलेक्टर निष्ठा पांडेय तिवारी ने कोटवारों को शासन का प्रतिनिधि बताते हुए कहा कि आपका कार्य जनहित से सीधे जुड़ा हुआ है, आपके प्रयासों का लाभ सीधे आमजन को मिलना चाहिए।

जिला पंचायत सीईओ प्रभाकर पांडेय ने कोटवारों को वृक्षारोपण महाअभियान तथा जल संचयन के कार्यों में बढ़-चढ़कर भागीदारी निभाने के लिए प्रेरित किया। एसडीओपी मंयक तिवारी ने बताया कि यह आवासीय प्रशिक्षण कोटवारों की प्रशासनिक दक्षता को बढ़ाने, उन्हें तकनीकी एवं विधिक रूप से सशक्त बनाने और शासन की योजनाओं को प्रभावी तरीके से अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल है।

कार्यक्रम के अंत में अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अपर कलेक्टर मेनका प्रधान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवनीत कौर छाबड़ा, एसडीएम मुंगेली पार्वती पटेल, उप पुलिस अधीक्षक एस. आर. घृतलहरे, रक्षित निरीक्षक नरगिस ख्रिस्ट तिग्गा एवं जिला प्रशासन व पुलिस अधिकारी-कर्मचारी तथा ग्राम कोटवार उपस्थित रहे।

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Author: Deepak Mittal

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