Operation Sindoor के 5 मास्टरमाइंड, जानें कैसे तैयार हुआ आतंक के खिलाफ सबसे बड़े एक्शन का प्लान?

Picture of Deepak Mittal

Deepak Mittal

हलगाम में जब 27 निर्दोष लोगों पर हमला हुआ, उस दिन से तय था कि कुछ बड़ा होने वाला है। इस न मिटने वाले दर्द के 13 दिन बाद ऑपरेशन सिंदूर इन्हीं आंसुओं का बदला था, जो हमले में जान गंवाने वाले के परिजनों की आंखों से निकले। कुल मिलाकर ऑपरेशन सिंदूर जटिल और रणनीतिक सैन्य अभियान था, जिसके लिए PM मोदी के नेतृत्व में देश के 5 जिम्मेदार लोगों ने ऑपरेशन सिंदूर में अहम भूमिका निभाई।

 

मसूद अजहर का परिवार खत्म

भारत सरकार और सेना अधिकारियों ने प्रेस कॉफ्रेंस में स्पष्ट किया कि हमले के दौरान केवल आतंकी अड्डों को निशाना बनाया गया। BBC की रिपोर्ट के अनुसार, भारत की एयर स्ट्राइक में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी मसूद अजहर का पूरा परिवार भी खत्म हो गया है। यह भारत के लिए खुशी की बात है। अपने बयान में मसूद ने हमले में 10 परिजनों की मौत की पुष्टि करते हुए गीदड़भभकी भी दोहराई कि भारत से खून के एक-एक कतरे का बदला लिया जाएगा। हर हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

इन 5 हस्तियों ने ऑपरेशन सिंदूर में अहम भूमिका निभाई…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

पहलगाम हमले का बदला लेने वाले ऑपरेशन सिंदूर की निगरानी प्रधानमंत्री मोदी ने खुद की। ऑपरेशन की रणनीति को अंतिम रूप देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने ऑपरेशन का नाम ‘सिंदूर’ रखा, जो पहलगाम हमले में मारे गए लोगों, खासकर विवाहित महिलाओं के दर्द का प्रतीक था। वह अपने आवास से ऑपरेशन की पल-पल की जानकारी ले रहे थे और उन्होंने ही हमले के लिए सेना को खुली छूट दी थी।

NSA अजीत डोभाल

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल को ऑपरेशन सिंदूर की कमान सौंपी गई थी। उन्होंने इस अभियान की योजना बनाई और इसे अंजाम देने के लिए एक विशेष टीम का नेतृत्व किया। सूत्रों के अनुसार, डोभाल ने लक्ष्यों का चयन किया और ऑपरेशन को गुप्त रखने के लिए एक कंट्रोल रूम स्थापित किया। उनकी रणनीतिक विशेषज्ञता ने इस ऑपरेशन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

 

जनरल अनिल चौहान

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने तीनों सेनाओं (वायुसेना, थलसेना, और नौसेना) के बीच समन्वय स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई। ऑपरेशन सिंदूर एक संयुक्त अभियान था, और CDS के रूप में उनकी नेतृत्व क्षमता ने इसकी सफलता सुनिश्चित की। 29 अप्रैल 2025 को पीएम मोदी के साथ हुई बैठक में उन्होंने ऑपरेशन की रूपरेखा तैयार करने में योगदान दिया।

एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह

एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह के नेतृत्व में भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर में मुख्य भूमिका निभाई, जिसमें सुखोई-30, राफेल जेट्स, और ब्रह्मोस 및 स्कैल्प मिसाइलों का उपयोग किया गया। एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने वायुसेना की रणनीति और सटीक हमलों को अंजाम देने में नेतृत्व प्रदान किया।

 

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन के दौरान तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ निरंतर संपर्क बनाए रखा और ऑपरेशन की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने ऑपरेशन के बाद सार्वजनिक रूप से भारतीय सेना की प्रशंसा की और इसे पहलगाम हमले का करारा जवाब बताया।

Deepak Mittal
Author: Deepak Mittal

Leave a Comment

Leave a Comment