CMO बिलासपुर ने कहा टीम गठित कर के जांच करके की जाएगी कार्रवाई
जे के मिश्र ब्यूरो चीफ नवभारत टाइम्स 24*7 in बिलासपुर
बिलासपुर : शहर में अवैध रूप से संचालित अस्पताल आम जनता की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। बिना मानकों के चल रहे इन अस्पतालों में न तो योग्य डॉक्टर हैं और न ही जरूरी चिकित्सा सुविधाएं। सूत्रों के अनुसार, कई निजी अस्पताल फर्जी डिग्रियों के आधार पर संचालित हो रहे हैं, जहां मरीजों से महंगी दवाओं और इलाज के नाम पर शोषण किया जा रहा है।
बिलासपुर में कुछ अस्पताल ऐसे भी हैं, जिसमे डॉक्टर की डिग्री किसी और के नाम पर है, लेकिन संचालन झोलाछाप डॉक्टर कर रहे हैं। कई मामलों में सरकारी डॉक्टर, जो कहीं और पोस्टेड हैं, वे अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर बिलासपुर में निजी अस्पताल चला रहे हैं।
इन अवैध अस्पतालों में बिना विशेषज्ञ डॉक्टरों के ही गंभीर ऑपरेशन, डिलीवरी और डीएनसी जैसी प्रक्रियाएं की जा रही हैं। एमबीबीएस सर्जन और एनेस्थेटिस्ट (निश्चेतक) के बिना ही ऑपरेशन हो रहे हैं, जिससे मरीजों की जान को गंभीर खतरा बना हुआ है।

शहर में खुले ये फर्जी अस्पताल आखिर किसके संरक्षण में फल-फूल रहे हैं? सवाल उठता है कि जिला चिकित्सा विभाग इस गंभीर मामले पर कोई ठोस कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा? क्या किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार किया जा रहा है?
मुख्य चिकित्सा अधिकारी और प्रशासन इस गोरखधंधे से अनजान नहीं हो सकते, लेकिन अब तक कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या इन फर्जी अस्पतालों को किसी बड़े अधिकारी या प्रभावशाली व्यक्ति का संरक्षण प्राप्त है
