शैलेश शर्मा 9406308437नवभारत टाइम्स 24×7.in जिला ब्यूरो रायगढ़
घरघोड़ा / छग श्रमजीवी पत्रकार संघ ने बीजापुर (छत्तीसगढ़) के युवा स्वतंत्र पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के बारे में जानकर स्तब्ध है। पत्रकारों ने कहा कि हम हत्या की कड़ी निंदा करते हैं और अपराधियों के खिलाफ समयबद्ध कार्रवाई की मांग करते हैं।
छग श्रमजीवी पत्रकार संघ घरघोड़ा मामले का संज्ञान लेने और राज्य सरकार से उचित कार्रवाई करने की मांग करता है। दुख और क्षति की इस घड़ी में छग श्रमजीवी पत्रकार संघ मुकेश चंद्राकर के परिवार के साथ खड़ा है पत्रकार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त किया है।
चंद्राकर ने बस्तर जंक्शन नामक एक लोकप्रिय यूट्यूब चैनल चलाया इसके अलावा संघर्ष प्रभावित बस्तर में भ्रष्टाचार आदिवासी अधिकारों और विद्रोही हिंसा के मुद्दों पर विभिन्न मीडिया हाउसों के लिए लेखन और रिपोर्टिंग भी की। स्थानीय पुलिस के अनुसार 31वर्षीय पत्रकार जो 1 जनवरी से लापता था का शव शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में एक ठेकेदार की संपत्ति पर बने सेप्टिक टैंक में मिला।
छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग से रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकारों पर हमले और उनकी हत्या कोई नई बात नहीं है, लेकिन जिस तरह से इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है, वह अस्वीकार्य है और इसे प्रभावी ढंग से संबोधित किया जाना चाहिए।
राज्य सरकार को पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कानून बनाने की स्थानीय पत्रकारों की लंबे समय से चली आ रही मांग पर तुरंत गौर करना चाहिए।
घरघोड़ा छग श्रमजीवी पत्रकार संघ ने आज स्थानीय विश्राम गृह में एक शोक सभा का आयोजन किया और पत्रकार मुकेश चंद्राकर को श्रद्धांजलि अर्पित किया है ।

Author: Deepak Mittal
