दल्लीराजहरा: दल्लीराजहरा में राजहरा परिवहन संघ द्वारा पांच सूत्रीय मांगों को लेकर चल रहा आंदोलन और चक्काजाम तीव्र होता जा रहा है। बीएसपी प्रबंधन द्वारा अनदेखी और मांगों का समाधान न होने से आंदोलन पांचवें दिन भी जारी है। 26 नवंबर से दल्ली, राजहरा और महामाया माइंस से लौह अयस्क परिवहन को पूरी तरह ठप्प करने का निर्णय लिया गया है।
आंदोलन की प्रमुख गतिविधियां:
1. मोटरसाइकिल रैली:
धरनास्थल से शुरू हुई मोटरसाइकिल रैली विभिन्न प्रमुख चौकों (जैन भवन चौक, थाना चौक, बस स्टैंड चौक, गुप्ता चौक, पुराना बाजार चौक) से होते हुए चक्काजाम स्थल डडसेना पुलिया तक पहुंची।
2. चक्काजाम:
चक्काजाम स्थल पर बैठने से महामाया और दुलकी माइंस से लौह अयस्क लेकर आने-जाने वाली गाड़ियां बाधित हो गईं।
कुछ गाड़ियां भरी और खाली अवस्था में खड़ी रहीं।
माइंस से आने-जाने वाली गाड़ियों की संख्या नगण्य हो गई।
प्रशासन और बीएसपी प्रबंधन की भूमिका:
प्रमुख अधिकारी:
आर.के. सोनकर (एसडीओ, राजस्व)
डॉ. चित्रा वर्मा (नगर पुलिस अधीक्षक)
डॉ. जे.एस. बघेल (उप प्रबंधक कार्मिक, आईओसी)
मयाराम ठाकुर (जीएम, झरन दल्ली माइंस)
अरुण कुमार (जीएम, महामाया-दुलकी माइंस)।
इन सभी ने आंदोलनकारियों से बातचीत की।
निष्कर्ष:
चर्चा के दौरान बीएसपी प्रबंधन के अधिकारियों ने कहा कि मांगों का समाधान उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है।
आंदोलनकारी केवल उन अधिकारियों से बात करने की मांग पर अड़े हैं जो उनकी मांगों का समाधान कर सकें।
पुलिस की स्थिति:
थाना प्रभारी सुनील तिर्की अपनी टीम के साथ चक्काजाम स्थल पर मौजूद रहे और स्थिति पर नजर बनाए रखी।
आंदोलन की मांगें:
राजहरा परिवहन संघ ने साफ कहा है कि उनकी मांगों का समाधान होने तक आंदोलन जारी रहेगा, और वे लौह अयस्क परिवहन को पूरी तरह से ठप्प करने के लिए तैयार हैं.
दीपक मित्तल नवभारत टाइम्स 24 x7in प्रधान संपादक छत्तीसगढ़
