
गैर शिक्षकीय कार्य कराने में प्रतिबंध,फिर भी शिक्षको से लिया जा रहा है मजदूरों जैसा कार्य
निर्मल अग्रवाल ब्यूरो प्रमुख मुंगेली

सरगांव – जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ में राज्योत्सव की ड्यूटी कर रहे संकुल समन्वयक भागवत राम पटेल, समन्वयक- भेडवन, विकासखंड-सारंगढ़, जिला-सारंगढ़-बिलाईगढ़ की ड्यूटी बाकायदा आदेश जारी कर लगाया गया था।


समन्वयक संघ के जिलाध्यक्ष भागवत साहू ने बताया कि राज्योत्सव में समन्वयक भागवत राम पटेल से मजदूरों जैसा काम लिया जा रहा था जिसमे उन्हें शिक्षा विभाग का स्टॉल में फ्लेक्स लगाने की जिम्मेदारी दी गई थी।

इस दौरान उन्हें करंट का जोरदार झटका लगा और वे गिर पड़े तो वहां पर उपस्थित शिक्षकों ने उन्हें नजदीकी अस्पताल लेकर गए जहाँ उन्हें मृत घोषित कर दिया गया है।

प्रांतीय पदाधिकारी आलोक डड़सेना ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी एल. पी. पटेल ने कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ (छ.ग.) के आदेश क्र. / 5165 / राज्योत्सव / 2024 सारंगढ़-बिलाईगढ़ दिनांक 4/11/2024 के माध्यम से समन्वयक भागवत राम पटेल सहित 2 और शिक्षको की ड्यूटी गैर शिक्षकीय कार्य मे लगाई थी।

प्रांताध्यक्ष पूर्णानंद मिश्रा ने आरोप लगाया है कि वर्तमान में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा नवोदय विद्यालय परीक्षा, छात्रवृत्ति, परख कार्यक्रम, विधांजली. एफ. एल. एन. उल्लास जैसे विभागीय कार्यो के साथ साथ जाति निवास बनाने,आयुष्मान कॉर्ड बनाने व गिरदावरी जैसे गैर शैक्षणिक कार्यो की जिम्मेदारी मिली हुई है.

साथ ही संकुल क्षेत्र में अकादमिक सहयोग करने के कारण उक्त गैर शिक्षकीय कार्य से संकुल समन्वयकों को मुक्त करने की मांग समग्र शिक्षा के डायरेक्टर से 24 अक्टूबर 2024 को मिलकर की थी साथ ही संगठन ने राज्य भर में जिला कलेक्टर, डीईओ व अनुविभागीय अधिकारी(रा) को ज्ञापन सौंप कर गैर शिक्षकीय कार्य से मुक्त रखने का निवेदन किया था। मालूम हो कि 2021 में संकुल शैक्षिक समन्वयकों को गैर शिक्षकीय कार्यों से मुक्त रखने के लिये सभी जिला कलेक्टर को राज्य परियोजना कार्यालय, समग्र शिक्षा छ.ग. का पत्र क्रमांक 1261 / ss pedagogy/cac/2021-22 रायपुर दिनांक 25/09/2021 प्रेषित किया गया है।

फिर भी संकुल स्रोत समन्वयकों से गैर शिक्षकीय कार्य रुक नही रहा है। प्रांताध्यक्ष पूर्णानंद मिश्रा व महासचिव मोहन लहरी ने सरकार से मांग की है कि भागवत राम पटेल के परिजनों को 15 करोड मुआवजा,परिजनों को तत्काल नौकरी और दोषियों के ऊपर एफआईआर दर्ज हो साथ ही पूरे राज्य में संकुल समन्वयक सहित सभी शिक्षकों को गैर शिक्षकीय कार्य से मुक्त रखा जावे व गैर शिक्षकीय कार्य लेते हुए पाए जाने पर उस अधिकारी के ऊपर अपराध दर्ज कराया जाना चाहिए।
