(जे के मिश्र ) बिलासपुर। जिले के एक कन्या छात्रावास में छात्राओं द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों से मामला गर्मा गया है। छात्राओं ने छात्रावास अधीक्षक पर आरोप लगाया है कि उसने उनका अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें धमकाया है। इसके अलावा, हॉस्टल में कई अनियमितताएं भी सामने आई हैं। इसके विरोध में छात्राओं ने सड़क पर उतरकर चक्काजाम किया था। इस बीच, तहसीलदार ने छात्राओं को जेल भेजने की धमकी भी दी थी, जिससे विवाद और बढ़ गया।
अब इस प्रकरण में कांग्रेस भी सक्रिय हो गई है। कांग्रेस ने इस मामले की जांच के लिए महिलाओं की एक विशेष समिति गठित की है, जो छात्राओं के आरोपों की जांच करेगी और फिर अपनी रिपोर्ट कांग्रेस प्रदेश कमेटी (पीसीसी) को सौंपेगी। इस रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस मुख्यमंत्री और राज्यपाल को मामले की सच्चाई से अवगत कराएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेगी।
पांच सदस्यीय समिति करेगी जांच
छात्राओं द्वारा लगाए गए अश्लील वीडियो बनाने के आरोपों की जांच के लिए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने एक पांच सदस्यीय महिला समिति का गठन किया है। यह समिति छात्राओं के आरोपों की गहन जांच करेगी। इस टीम में विधायक उत्तरी जांगड़े को संयोजक बनाया गया है। उनके साथ विधायक शेषराज हरबंश, सीमा घृतेश, किरण यादव और सुकृता खूंटे भी शामिल हैं।
छात्राओं ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि छात्रावास अधीक्षक ने उनका अश्लील वीडियो बनाकर रखा है और उसे वायरल करने की धमकी दे रही हैं। इसी कारण छात्राओं ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया था।
100 सीटर कन्या छात्रावास में हुआ विवाद
बिलासपुर के मस्तूरी इलाके में स्थित 100 सीटर कन्या छात्रावास की छात्राओं ने पिछले दिनों हॉस्टल अधीक्षक के खिलाफ सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया था। छात्राओं ने आरोप लगाया था कि अधीक्षक ने उनका अश्लील वीडियो बना लिया है और उन्हें धमकी दे रही हैं। इस घटना के बाद छात्रावास की छात्राओं ने सड़क पर जाम लगा दिया, जिससे यातायात बाधित हो गया।
तहसीलदार ने दी थी जेल भेजने की धमकी
जाम की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन छात्राओं ने उनकी बात नहीं मानी। इसके बाद तहसीलदार मौके पर पहुंचे और छात्राओं से बातचीत की। तहसीलदार ने छात्राओं को धमकाते हुए कहा कि अगर वे लिखित शिकायत देंगी, तो उन्हें जेल भेज दिया जाएगा। इस बयान के बाद विवाद और भड़क गया और मामला राजनीतिक रंग लेने लगा।
अब कांग्रेस इस मामले में हस्तक्षेप कर रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रही है। समिति की जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

Author: Deepak Mittal
