आज एक बड़ी कार्रवाई में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए भिलाई के राज्य संपरीक्षा कार्यालय, दुर्ग में पदस्थ दो अधिकारियों को घूस लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। चलिए आपको बताते हैं पूरा मामला।
भिलाई के रिसाली नगर पालिक निगम में पदस्थ रहे निगम सचिव देवव्रत देवांगन, जो हाल ही में सेवानिवृत्त हुए हैं, ने एसीबी कार्यालय, रायपुर में शिकायत की थी। उनका आरोप था कि उप-संचालक दिनेश कुमार और सहायक संपरीक्षक होमन कुमार उनके प्रमोशन के बाद वेतन निर्धारण और सत्यापन के लिए रिश्वत की मांग कर रहे थे।
शिकायतकर्ता का कहना था कि इन अधिकारियों ने 10,000 रुपये घूस की मांग की थी, लेकिन कई बार मिलने के बावजूद उनका काम नहीं हो रहा था। देवव्रत ने रिश्वत देने से इनकार करते हुए अधिकारियों को रंगे हाथों पकड़वाने की योजना बनाई।
एसीबी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मामले की जांच की, और शिकायत के सत्यापन के बाद आरोपी अधिकारी 6000 रुपये की रिश्वत लेने को तैयार हो गए। इसके बाद एसीबी की टीम ने जाल बिछाया और दोनों अधिकारियों को घूस लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
ACB ने उप-संचालक दिनेश कुमार और सहायक संपरीक्षक होमन कुमार को 6000 रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया है। दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 के तहत कार्यवाही की जा रही है।
इस गिरफ्तारी से एक बार फिर साफ हो गया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकारी एजेंसियां पूरी तरह से सख्त हैं और किसी भी तरह की घूसखोरी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

Author: Deepak Mittal
