बिलासपुर: मगरपारा में रहने वाले डॉ. वाई राजशेखर कृष्णा ने अपनी मां और छोटे भाई के खिलाफ फर्जी दस्तावेजों के सहारे संपत्ति और अस्पताल पर कब्जा करने की शिकायत की है। उनकी शिकायत पर सिविल लाइन पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।
डॉ. वाई राजशेखर कृष्णा ने पुलिस को बताया कि उनके पिता डॉ. वाईआर कृष्णा का निधन 2020 में हुआ था। पिता के निधन के बाद उनके छोटे भाई वाई रविशेखर और मां वाई कमला ने फर्जी दस्तावेजों का उपयोग कर संपत्ति और किम्स अस्पताल को अपने नाम पर कर लिया।
2021 में, डॉ. राजशेखर ने इस धोखाधड़ी की शिकायत सिविल लाइन थाने में की थी। अतिरिक्त कलेक्टर ने जून 2022 में आदेश जारी करते हुए कहा कि फर्जी बयानों के आधार पर संपत्ति हस्तांतरण किया गया था। तीन अलग-अलग शपथ पत्रों में अलग-अलग बयान दिए गए थे, और उच्च न्यायालय में भी एक अलग शपथ पत्र प्रस्तुत किया गया था।
डॉ. राजशेखर ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा पिछले ढाई साल से उनके वेतन में भी गड़बड़ी की जा रही है। सरकार को उनके वेतन की जानकारी दी जा रही है, जिसके चलते उन्हें टैक्स भी जमा करना पड़ रहा है। उन्होंने सभी दस्तावेजों के साथ पूरे मामले की शिकायत सिविल लाइन थाने में की थी।
पुलिस ने जांच के बाद इस मामले में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।