नहर खपरी क्षेत्र में हरियाली धीरे-धीरे खत्म होते जा रही है। वन विभाग की अनदेखी से पेड़ों पर बेखौफ कुल्हाड़ी चलाई जा रही है,,,
गुण्डरदेही ब्लॉक के नहर खपरी सहित क्षेत्र में अवैध ईटा भट्ठा का संचालन,,
खनिज और वन दोनों विभाग खामोश,, कार्यवाही शून्य,, अवैध कारोबार करने वालों के हौसले बुलंद,,
स्वपना माधवानी गुण्डरदेही ब्लाक प्रमुख नवभारत टाइम्स 24×7.in

गुण्डरदेही, कौवहा लकड़ी सहित अन्य प्रजाति की लकड़ियो का खुलेआम इस्तेमाल अवैध ईटा भट्ठा में किया जा रहा है,,,कौवहा लकड़ी की बड़ी मात्रा में नहर खपरी ग्राम पंचायत से बिना एनओसी के ईटा भट्टा चलाया जा रहा है सरपंच बेखबर है, आखिर पर्यावरण को लगातार नुकसान किया जा रहा है अधिकारी मौन है खामोश है जिम्मेदार कौन है यह प्रश्न उठने लगा है,?????
गुण्डरदेही ब्लॉक क्षेत्र में अवैध कारोबार धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है लोगों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं कार्रवाई नहीं होने की वजह से अवैध कारोबार बढ़ने लगा है,
बालोद जिले के गुण्डरदेही ब्लाक के नहर खपरी क्षेत्र में हरियाली धीरे-धीरे खत्म होते जा रही है। वन विभाग की अनदेखी से सैकड़ों पेड़ों पर बेखौफ कुल्हाड़ी चलाई जा रही है। गुण्डरदेही ब्लॉक के नहर खपरी में गश्त के बहाने वनों की लगातार कटाई कर तस्करी की जा रही है। यही नहीं गुण्डरदेही ब्लाक के ईंट भट्ठे भी चोरी की लकड़ियों से संचालित हो रहे। ईंट पकाने के लिए जंगल से अवैध लकड़ी काटकर ईंट पकाया जा रहा है,,
गुण्डरदेही ब्लॉक के नहर खपरी क्षेत्र में बड़ी संख्या में अवैध ईटा भट्ठा का संचालन हो रहा है,कौवहा लकड़ी कटाई व तस्करी में वन विभाग के बीट गार्ड, दैनिक श्रमिकों, डिप्टी रेंजर और एसडीओ की मिलीभगत की बात भी सामने आ चुकी है,खुलेआम अवैध कटाई, तस्करी होने के बाद भी गुण्डरदेही वन विभाग मौन हैं।
नवभारत टाइम्स 24×7.in ने लगातार गुण्डरदेही क्षेत्र में हो रहे अवैध कटाई को लेकर पूर्व में प्रमुखता से खबर भी प्रकाशित किया था, मामला सार्वजनिक होने के बाद भी बालोद डीएफओ की चुप्पी चर्चा का विषय बना हुआ है।
गुण्डरदेही ब्लॉक के नहर खपरी आदि गांवों में ईट संचालक बकायदा भट्टे लगाकर ईंट का कारोबार कर रहे हैं। ये संचालक अब रिहायशी क्षेत्र को भी नहीं बख्श रहे हैं ,सड़क किनारे घरों के आसपास बकायदा भट्टे लगाकर ईट बनाया जा रहा है,, जिम्मेदार विभाग मौन है,,
ईंट बनाने के लिए संचालक बकायदा भट्टो में अवैध उत्खन कर मिट्टी ला रहे है , स्थानीय शासन प्रशासन के नाक के नीचे ,भट्ठे में ही बोर उत्खनन कर कार्य संचालित किया जा रहा है।
नवभारत टाइम्स 24x 7.in टीम ने नहर खपरी में ईंट भट्टे की पड़ताल की तो यहां ईंट भट्ठा सजा था। ईंट पकाने जंगलों से कौवहा लकड़ी के बड़े-बड़े वृक्षों के गोले रखे गए थे। वर्षों से ये इसी तरह अवैध कटाई से ईंट पका रहे हैं।,,
दोनों विभाग को पर्यावरण की चिंता नहीं
अवैध खनन, अवैध ईंट भट्ठा संचालन के लिए खनिज विभाग जिम्मेदार है। इसी तरह अवैध कटाई और वनों की तस्करी को लेकर वन विभाग जिम्मेदार है। दोनों विभागों की चुप्पी से नगरी में अवैध कटाई और अवैध खुदाई पर अंकुश नहीं लग पा रहा। विडंबना है कि अधिकारियों को जानकारी होने के बाद भी निरीक्षण के लिए भी मौके पर नहीं पहुंचते। इससे पर्यावरण को नुकसान हो रहा है। वन्य जीवों को अपना रहवास छोड़ भटकना पड़ रहा है।,,
कॉल नहीं उठाते बड़े अधिकारी,,
गुण्डरदेही ब्लाक के नहर खपरी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर वनों की कटाई और तस्करी हो रही है। इस मामले में नवभारत टाइम्स 24x 7.in ने डीएफओ आयुष जैन से भी बात करनी चाही। आखिर मामला संज्ञान में होने के बाद भी कार्रवाई क्यों नहीं हो रही, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।
इसी तरह गुण्डरदेही ब्लाक के रेंजर सहित वन विभाग के अन्य बड़े अधिकारी भी मीडिया का कॉल नहीं उठाते,,
क्या कहते हैं वन अधिकारी,,
अगर ईंट भट्टे में अवैध कटाई कर लकड़ियों का उपयोग किया जा रहा है तो हम अपने स्टाफ को भेजकर जांच कराएंगे। जांच के बाद आगे कार्रवाई भी करेंगे। – वन अधिकारी बालोद जिला,,
गुण्डरदेही नवभारत टाइम्स 24x 7.in की टीम ने तहसीलदार राहुल गुप्ता से लगातार चर्चा करने का प्रयास किया गया परंतु उन्होंने कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया, इस वजह से उनका वर्जन नहीं आ पाया,,

