निर्मल अग्रवाल ब्यूरो चीफ मुंगेली 8959931111
मुंगेली। सशक्त नारी, सशक्त परिवार अभियान के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पदमपुर में महिलाओं और किशोरियों को माहवारी के प्रति जागरूक किया गया। इस दौरान 80 सेनेटरी नैपकिन वितरित किए गए और स्वस्थ नारी की भूमिका पर जोर दिया गया।
कार्यक्रम में डॉ. मनीष बंजारा ने कहा कि समृद्ध समाज और राष्ट्र के निर्माण में स्वस्थ व सशक्त नारी की भूमिका उल्लेखनीय है। उन्होंने बताया कि पारिवारिक परिवेश में महिलाओं का योगदान महत्वपूर्ण होता है, जहां वे पोषण और स्वच्छता के माध्यम से पूरे परिवार को बीमारियों से बचाती हैं।
महिलाओं का सशक्तिकरण इस अर्थ में है कि यदि नारी स्वस्थ है, तो वह बच्चों और परिवार के स्वास्थ्य को बेहतर रख सकती है। हालांकि, माहवारी से जुड़ी झिझक और भ्रांतियां आज भी बनी हुई हैं, जिन्हें दूर करने के लिए यह आयोजन किया गया।
शिविर में प्रतिभागियों को समझाया गया कि माहवारी कोई रोग नहीं, बल्कि एक स्वाभाविक शारीरिक प्रक्रिया है। यह महिलाओं और किशोरियों में हर 28-30 दिनों के अंतराल पर होती है, जिसमें गर्भाशय की परत टूटकर रक्त के रूप में बाहर निकलती है और औसतन 3-7 दिनों तक रहती है। महिलाओं को झिझक और गलत धारणाओं से बाहर निकलकर आत्मविश्वासी जीवन जीने के लिए प्रेरित किया गया। साथ ही, माहवारी के दौरान होने वाली सामान्य समस्याओं और उनके समाधानों पर विस्तार से चर्चा की गई। आवश्यकता पड़ने पर स्त्रीरोग विशेषज्ञ से परामर्श लेने की सलाह दी गई।
कार्यक्रम के अंत में सभी को संकल्प दिलाया गया कि वे माहवारी से जुड़ी सही जानकारी समाज के अन्य लोगों तक पहुंचाएंगे और स्वच्छता अपनाकर स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। इस दौरान “माहवारी है स्वाभाविक प्रक्रिया, अपनाएं स्वच्छता और स्वास्थ्य सुरक्षा” के नारे लगाए गए। कार्यक्रम मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शीला शाहा और डीपीएम गिरिश कुर्रे के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। इस अवसर पर सीमा पहारी, मिथलेश राठौर, सुनीता मिरी, मोनिका जांगड़े, जलेश्वरी, त्रिवेणी, सुधा व मितानीन सहित कई महिलाएं उपस्थित रहीं।

Author: Deepak Mittal
