उसका ज्यादातर समय पूजा-पाठ करने में बीतता था. घरवालों ने उसके पूजा पाठ को लेकर कभी कोई शंका नहीं जताई थी. लेकिन उन्हें क्या पता था कि बेटी का ये इंट्रेस्ट एक दिन उन्हें मुसीबत में डाल देगा.
झालावाड़ के झालरपाटन में रहने वाले एक परिवार ने अपनी बारह साल की बच्ची ख़ुशी की मिसिंग रिपोर्ट थाने में दर्ज करवाई है. परिवार वालों का कहना है कि ख़ुशी का पूजा-पाठ में काफी इंट्रेस्ट था. घरवाले और आसपास के लोग उसकी बी भक्ति देखकर खुश हो जाते थे. लेकिन उन्हें इस बात का कोई अंदाजा नहीं था कि एक दिन इसी के चक्कर में उनकी बेटी घर छोड़कर चली जाएगी.
चिट्ठी लिखकर निकली बाहर
मामले की जानकारी देते हुए ख़ुशी की मां हेमकंवर ने बताया कि सोमवार को उसने उपवास रखा था. जब शाम को हेमकंवर अपने जॉब से वापस लौटी तो बेटी के लिए क्या खाना बनाए ये पूछने के लिए उसे ढूंढने लगी. जब ख़ुशी नहीं मिली तो उन्हें कमरे से एक चिट्ठी मिली. ख़ुशी ने चिट्ठी में लिखा था कि वो घर छोड़कर भक्ति मार्ग में जा रही है और सन्यास ग्रहण कर रही है.
घर से लिए इतने पैसे
अपने लेटर में ख़ुशी ने लिखा कि उसने घर से एक हजार रुपये और अपने कपड़े लिए हैं. अब वो मथुरा जा रही है. ख़ुशी ने चिट्ठी में साफ़ लिखा कि अब वो वापस नहीं लौटगी. चिट्ठी पढ़ते ही घरवालों के होश उड़ गए. उन्होंने तुरंत पुलिस स्टेशन में मिसिंग रिपोर्ट दर्ज करवाई. घरवालों ने बताया कि ख़ुशी के धार्मिक होने का उन्हें पता था लेकिन इस चक्कर में वो इतना बड़ा फैसला ले लेगी, इसकी कोई जानकारी नहीं थी.

Author: Deepak Mittal
