दल्लीराजहरा के विभिन्न खटालो की गंदगी दुर्गंध से वातावरण प्रदूषित
दीपक मित्तल बालोद रायपुर
दल्लीराजहरा,, दल्लीराजहरा में गोकुल नगर की योजना सपना बनकर रह गया,दल्लीराजहरा के विभिन्न खटालो की गंदगी दुर्गंध से वातावरण प्रदूषित हो रहा है, नगर पालिका के अलावा संबंधित विभाग कार्रवाई नहीं कर रही है जिसकी वजह से नगर के खटालों के संचालकों के हौसले बुलंद हो रहे हैं और नगरवासी दुर्गंध से परेशान हो रहे हैं कार्रवाई शून्य है, नगरीय निकाय गोकुल नगर योजना का लाभ आम जनों को नहीं मिल पा रहा है वही पशुपालक लोगों के चेहरे में चिंता की लकीरें स्पष्ट दिख रही है दूसरी ओर दल्ली राजहरा के विभिन्न दर्जनों खटालो की वजह से आसपास गांव क्षेत्र वातावरण दूषित हो गया है, मार्च माह के अंतिम सप्ताह में भीषण गर्मी की वजह से और ज्यादा दूषित हो गया है,,
दल्लीराजहरा शहर में आवारा मवेशियों के चलते इसका सबसे बुरा असर आवागमन पर पड़ रहा है वहीं दूसरी ओर पालतू मवेशियों के डेयरियों, खटाल से भी गंदगी दुर्गंध आसपाास का वातावरण बेहद प्रदूषित होते जा रहा है जिसके चलते सभी खटालों को एक जगह व्यवस्थित करना बेहद जरूरी हो गया है लेकिन योजना के अभाव क्रियान्वयन और इच्छाशक्ति के अभाव में सभी खटालों को एक स्थान पर व्यवस्थित करने की योजना फेल होती जा रही है।
गौरतलब है कि दल्लीराजहरा और आसपास लगे ग्रामीण क्षेत्रों में पशु पालन व्यवसाय में काफी तेजी आई है जिसके कारण बीते 15 वर्षों में छोटे बड़े कई खटाल खुल गए हैं। वहीं दूध की सहकारी सोसायटी खुल जाने से डेयरी व्यवसाय लगातार बढ़ते जा रहा है जिसकी वजह से डेयरियों में गोबर, कचरा इकठ्ठे होने से गंदगी दुर्गंध बढ़ गया है। उक्त सभी दिक्कतों को देखते हुए नगर पालिका द्वारा समीपस्थ चिखलाकसा पंचायत में गोकुल नगर स्थापित किए जाने की योजना बनाई गई थी लेकिन स्थानीय डेयरी व्यवसायी, गोकुल नगर बसाए जाने के खिलाफ हो जाने यह योजना फेल हो गई।
डेयरी व्यवसाई अपनी जमीन और खटाल को अन्य जगह में स्थानांतरित करने को राजी नहीं हो पाए। गोकुल नगर की योजना फेल हो जाने के कारण नगर का डेयरी व्यवसाय लगातार जारी है वहीं डेयरी के सभी पालतू मवेशी के गोबर गंदगी खटाल के आसपास इकठ्ठी हो रही है जिसकी वजह से सड़कों के किनारे और रिहायती इलाकों में गोबर का ढेर लतातार बढ़ता जा रहा है। गोबर के दुर्गंधमय वातावरण भी बेहद दुर्गंधमय होता जा रहा है। उक्त सभी दिक्कतों को देखते हुए शहर में मौजूद सभी खटालों का दल्लीराजहरा, चिखलाकसा शहर से बाहर व्यवस्थापन जरूरी हो गया है,,,
क्या कहते हैं जिम्मेदार जनप्रतिनिधि और अधिकारी,,
नगर पालिका अध्यक्ष शिबू नायर कहते हैं कि गोकुल नगर योजना प्रस्तावित है शीघ्र ही किया जाएगा साथ ही सड़कों में आवारा मवेशियों की पकड़-धकड़ अभियान तेजी से चलाया जाएगा, और पशुपालकों को चेतावनी भी दी जाएगी इसके बाद कड़ी कार्रवाई किया जाएगा, 000

Author: Deepak Mittal
