Subhash Rana honored Dronacharya Award: उत्तराखंड के पैरा शूटिंग कोच सुभाष राणा को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने द्रोणाचार्य अवॉर्ड से सम्मानित किया है। सुभाष राणा ने टोक्यो पैरालंपिक 2020 में शामिल हुई निशानेबाजी टीम को प्रशिक्षण दिया था।
उस टीम ने पांच मेडल भी जीते थे।
सुभाष राणा उत्तराखंड में नैनबाग क्षेत्र के चिलामू गांव निवासी व प्रदेश सरकार में पूर्व खेल राज्य मंत्री रहे नारायण सिंह राणा के छोटे बेटे हैं। इसके साथ ही सुभाष राणा अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज जसपाल राणा के छोटे भाई हैं। जसपाल राणा को भी पहले द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
सुभाष राणा और उनके बड़े भाई जसपाल राणा की देहरादून जिले के पौधा में शूटिंग अकादमी है, जहां देश-दुनिया के कई खिलाड़ी ट्रेनिंग लेते हैं। ओलंपिक में पदक जीतने वाली शूटर मनु भाकर ने देहरादून में आकर ट्रेनिंग ली थी। सुभाष राणा के बड़े भाई जसपाल राणा शूटर मनु भाकर के कोच हैं। जसपाल राणा ने भी निशानेबाजी में देश-विदेशों में अपनी प्रतिभा दिखाई थी। भारत सरकार के खेल मंत्रालय ने वर्ष 2020 में उन्हें भी द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित किया था।
जसपाल राणा ने भी निशानेबाजी में देश-विदेशों में अपनी प्रतिभा दिखाई थी। अनुभवी कोच जसपाल राणा द्रोणाचार्य पुरस्कार, अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित हो चुके हैं। शूटिंग क्षेत्र से जुड़े एशियन गेम्स में जसपाल राणा ने भारत को निशानेबाजी में स्वर्ण पदक दिलाकर देश का नाम रोशन किया था। उनके पिता नारायण सिंह राणा से लेकर बच्चे भी शूटिंग के क्षेत्र में देश नाम कमा रहे हैं।
उनके पिता नारायण सिंह राणा और जसपाल राणा राजनीति में भी अपना हाथ आजमा चुके हैं। नारायण सिंह राणा ने विधानसभा चुनाव तो जसपाल राणा ने साल 2009 का लोकसभा चुनाव टिहरी सीट से भाजपा प्रत्याशी के रूप में लड़ा, लेकिन वे हार गए थे। जसपाल के पिता नारायण सिंह राणा और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आपस में समधी हैं। जसपाल राणा की बहन सुषमा राणा भी साल 2006 में कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडलिस्ट रही हैं। सुषमा केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की बहू हैं।
Author: Deepak Mittal










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