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कोल डिपो की निरस्त करने जिला पंचायत सदस्य ने भेजा पर्यावरण संरक्षण मंडल को शिकायत

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दुर्गेश राठौर,, नवभारत टाइम्स 24 x7in ब्यूरो प्रमुख जांजगीर-चांपा

सिवनी चाम्पा। कोरबा रोड में संचालित जय माता दी कोल डिपो का अनुमति निरस्त करने की मांग को लेकर जिला पंचायत सदस्य उमा राजेंद्र राठौर ने क्षेत्रीय पर्यावरण संरक्षण मंडल बिलासपुर को पत्र लिखा है। वहीं मुख्य रूप से सात विंदुओं पर शिकायत पर कड़ी कार्यवाही की मांग किया है।
जिला पंचायत सदस्य ने पर्यावरण संरक्षण मंडल को प्रस्तुत शिकायत में बताया कि चाम्पा तहसील अंतगर्त ग्राम पंचायत सिवनी स्थित कोरबा रोड में संचालित जय माता दी कोल डिपो का संचालन किया जा रहा है। किसानों के शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जिला पंचायत सदस्य उमा राजेन्द्र राठौर ने प्रमुख रूप से सात बिंदुओं पर शिकायत पर कार्यवाही की मांग की है।

उन्होंने बताया कि हाईटेंशन लाइन से लगे हुए कोल डिपो का संचालन किया जा रहा है। जिससे कभी भी दुर्घटना हो सकती है। कोल डिपो कृषि भूमि से घिरा हुआ है। जिससे कृषि भूमि पर इसका दुष्प्रभाव पड़ रही है। शिकायत में जिला पंचायत सदस्य राठौर ने बताया कि सिंचाई नहर ठीक कोल डिपो के करीब है। जिसके कारण नहर के पानी में कोयला की काली डस्ट की परत जमा हो रही है। वही कोल डिपो के आसपास स्थित निस्तारी तालाब का पानी दूषित हो गई है। हवा के साथ उड़ने वाली डस्ट से लोग बहुत परेशान हैं। शिकायत में यह भी बताया गया है कि कोल डिपो के संचालक द्वारा शासन के नियमों का धज्जियां उड़ाई जा रही है। वहीं दूसरी तरफ देखा जाय तो श्रम विभाग के कानून के तहत कोयला तोड़ने वाले मजदूरों का न तो पंजीयन किया गया है।और न ही ई एस आई सी काटा जाता है। इनके द्वारा इस तरह की कानून का खुलेआम उलंघन किया जा रहा है।

कोल डिपो संस्थान के बाहर सूचना बोर्ड पर सूचनाएं अंकित भी नहीं है। कोल डिपो उद्योग से फ़्यूजिटिव डस्ट एनिमेशन के लिए उपयुक्त छिड़काव प्रणाली स्थापित नहीं किया गया है।और सड़क के साथ साथ कोयला भण्डारण का क्षेत्र से भारी फ़्यूजिटिव उत्सर्जन है। वहीं कोल भण्डारण परिसर में परिवेशी वायु गुणवत्ता निर्धारित सीमा से अधिक है। इतना ही नहीं बल्कि कोल डिपो उद्योग परिसर में रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम भी नहीं लगाई गई है। शिकायत की कॉपी छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के पर्यावरण मंत्री ओपी चौधरी समेत जिले के कलेक्टर आकाश छिकारा, जिला श्रम पदाधिकारी और तहसीलदार चांपा को भी भेजी गई है।

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