उल्टा चोर कोतवाल को डांटे, जिधर बम उधर हम,, लेनदेन के मामलों को पटाक्षेप करने की बजाय,, उलझाया जा रहा,,नगर में हो रही निंदा
आगामी 30 जुलाई को दल्लीराजहरा थाने के सामने किए जाने वाला धरना प्रदर्शन नहीं करने के निर्देश दिए गए हैं और अनुमति भी नहीं दी गई है -आर के सोनकर एसडीएम

बालोद, इन दिनो बालोद जिले के दल्ली राजहरा की अबोहवा खराब होने लगी है, आपसी लेन देन जैसे मामले को लेकर दल्लीराजहरा थाना के सामने धरना प्रदर्शन जैसी चेतावनी दिए जाने की चर्चा शहर में हो रही है जिसे लेकर अनुविभागीय दंडाधिकारी आर के सोनकर ने स्पष्ट रूप से कहा कि इस तरह का कार्य करना उचित नहीं है शहर के हित में नहीं है ,आगामी 30 जुलाई को दल्लीराजहरा थाने के सामने किए जाने वाला धरना प्रदर्शन नहीं करने के निर्देश दिए गए हैं और अनुमति भी नहीं दी गई है ,,31 जुलाई को त्रिपक्षीय बैठक कर सकारात्मक चर्चा कर रास्ता निकाला जाएगा उन्होंने कहा कि उनके कार्य क्षेत्र अंतर्गत जो हो सकता है वह पीड़ित पक्ष के लिए अवश्य करेंगे परंतु इस तरह के कृत्य करना किसी के लिए उचित नहीं है, जिला पुलिस प्रशासन के आलाधिकारियों ने कहा कि कि जिन मांगों को लेकर शिकायतकर्ता दल्लीराजहरा थाने के सामने धरना प्रदर्शन की बात कर रहे हैं उस मामले में तीन बार जांच किया जा चुका है और जांच में जो तथ्य आए हैं उस आधार पर उन्हें थाने से दल्लीराजहरा पुलिस थाने में पुलिस अयोग्य हस्तक्षेप का पत्र दे दिया गया है उन्हें न्यायालय में परिवाद दायर करना चाहिए छत्तीसगढ़ के बालोद जिला दल्ली राजहरा में इन दिनों लेनदेन के मामले को लेकर मामले को पटाक्षेप करने की बजाय उलझाए जाने का मामला प्रकाश में आया है और उक्त मामले को लेकर कुछ कलमधारी जैसे लोग भी मामले में कूद पड़े हैं,, जबकि माइंस परिवहन कार्य कर रहे आर्शीवाद ट्रांसपोर्ट के संचालक लखनलाल साहू ने नवभारत टाइम्स 24 x7in को बताया कि कांग्रेस शासन काल के समय में जोश कोसी और सुनील साहू दोनों छत्तीसगढ़ शासन की महिला मंत्री के करीबी होने का दावा कर झूठे सपने दिखाकर कूट रचना रचकर षड्यंत्र कूट परिवहन कर्ता कंपनी आर्शीवाद ट्रांसपोर्ट फर्म में पार्टनरशिप किया गया था जिसमें उक्त फर्म के माध्यम से विभिन्न माइंसो से माइंस का आयरन ओर का परिवहन किया जाता रहा था,जिसमें मेरे बिना बताए आर्शीवाद ट्रांसपोर्ट फर्म के चेक में फर्जी हस्ताक्षर कर 70 लाख रुपए का आहरण कर लिया गया और 70 आहरण के बाद उन्हें भारी नुकसान का सामना करना पड़ा और जब दोनों पार्टनर को उनकी जानकारी दी गई तो उन्होंने कांग्रेस शासन का हवाला देकर कांग्रेस प्रभावशाली होने का प्रभाव दिखाते हुए दबाव पूर्वक धमकी देने लगें थे,,

परिवहन कर्ता आर्शीवाद ट्रांसपोर्ट कंपनी के संचालक लखन साहू ने बताया कि क्योंकि कांग्रेस शासन काल का समय बदल गया है और भाजपा शासन काल गया है और उन्हें पार्टनरशिप से अलग कर दिया गया है ऐसी स्थिति में वे झूठी शिकायत कर श्रेय लेने का प्रयास कर रहे हैं ,,उन्होंने कहा कि जब 3 वर्ष पूर्व का मामला था तो कांग्रेस शासन काल में ही कांग्रेसी जोश कोसी और सुनील साहू ने शिकायत क्यों नहीं किया था,?????? 3 वर्ष का समय क्यों व्यतीत किया,,
आईए जानते हैं क्या है पूरा मामला,,,
बोरिया,मोकासा,मेटाबोदली,और गिधाली के अलावा विभिन्न प्रकार की आयरन ओर माइंस से आयरन ओर का परिवहन करने को लेकर तीन पार्टनरों में विवाद हुआ है और यह विवाद सिर्फ लेनदेन का है जिसे अब 3 वर्षों बाद कांग्रेस शासन बदलने के बाद उठाया जा रहा है जिसे लेकर दल्लीराजहरा नगर में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही है,, पूरे शहर में एक ही चर्चा है कि व्यक्तिगत मामले में कलमधारी लोग क्यों कूद पड़ रहे हैं जनता को आईना दिखाने वाले लोग स्वयं अपना आईना नहीं देख पा रहे हैं हर किसी कार्य में कलमधारी अपना प्रभाव दिखाने का असफल प्रयास करते हैं जिसकी नगर में काफी निंदा हो रही है,,
लखन साहू ने बताया कि पार्टनरशिप में रहकर धोखाधड़ी करने वाले करने वाले दोनों व्यक्तियों को व्यापार से अलग कर अपना अलग व्यापार प्रारंभ किया, सुचारू रूप से कार्य प्रारंभ होने पर कांग्रेस शासन काल के प्रभावशाली कहलाने वाले नेता जोश कोसी एवं सुनील साहू ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर जिला पुलिस अधीक्षक के अलावा राजस्व एवं दल्ली राजहरा थाने में शिकायत किया, जिसकी सूक्ष्म जांच की गई और दूध का दूध ,पानी का पानी हुआ चुंकी लेनदेन का मामला था और और प्रमाणित हो चुका था की दोनों व्यक्तियों ने कांग्रेस शासन काल का अपना प्रभाव दिखाते हुए अपना प्रयोग किया था, उक्त मामले की जांच पर शासकीय डीपीओ अभियोजन अधिकारी ने भी स्पष्ट उल्लेख किया था कि उक्त मामला में किसी भी तरह का IPC आईपीसी के तहत मामला दर्ज नहीं बनता है और सूक्ष्म संपूर्ण जांच के बाद दल्लीराजहरा पुलिस ने भी उक्त मामले में पुलिस अयोग्य का पत्र दोनों पक्षों को दिया था परंतु ,पिछले कुछ दिनों से उक्त मामले को लेकर कुछ कुछ कलमधारी अपने स्वार्थ लेकर अब उक्त मामले को तूल देने का असफल प्रयास कर रहे हैं,, हालांकि जिला प्रशासन ,जिला पुलिस अधीक्षक सहित समस्त आलाधिकारियों के संज्ञान में है की लेनदेन का आपसी मामला था जिसका पटाक्षेप आपसी बातचीत के दौरान वे कर सकते थे,,परंतु पुलिस की शरण में पहुंचे दोनों पक्षों की सूक्ष्म दस्तावेजों की जांच करने के बाद जो तथ्य सामने आए उसमें पुलिस हस्तक्षेप अयोग्य मामला प्रदर्शित हुआ,,,,
आयरन ओर ट्रांसपोर्ट परिवहन कर्ता लखन साहू ने स्पष्ट आरोप लगाया है की जोश कोसी और सुनील साहू ने कांग्रेसी होने का दावा करते हुए उन्हें झूठा सपना दिखाकर कूट रचना रच कर षड्यंत्रपूर्वक पूर्वक फसाया गया और 70 लाख रुपए की ठगी कर ली गई परिवहन कर्ता लखन साहू ने छत्तीसगढ़ शासन के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय गृह मंत्री और बालोद जिला प्रभारी मंत्री विजय शर्मा सहित जिला पुलिस अधीक्षक, जिलाधीश सहित संबंधित अधिकारियों को शिकायत पत्र प्रेषित कर मानसिक रूप से परेशान कर और धोखाधड़ी करने वाले जोश कोशी और सुनील साहू के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग किया है,,,
उल्लेखनीय के आज के लगभग लगभग 5 माह पूर्व दो ठेकेदारों की आपसी लड़ाई का मामला थाने पहुंचा था ,,दोनों पक्षों में उचित कार्रवाई भी की गई थी परंतु कुछ कलमधारी लोगों ने स्थानीय पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाते हुए अजमानती धारा जुड़वाने पर सफल हो गए थे, जिसके बाद उन्हें यह लगने लगा था कि हर किसी भी मामले पर थाना घेराव और धरना प्रदर्शन करने की धमकी देकर कार्रवाई कराई जा सकती है और इसी का फायदा उठाने का प्रयास शहर के कुछ कलमधारी लोग कर रहे हैं जिसकी दल्लीराजहरा नगर के सत्ता पक्ष सहित जनप्रतिनिधियों ने काफी निंदा किया है,,,,
क्या कहते हैं अधिकारी जनप्रतिनिधि,,,
जिला भाजपा अध्यक्ष पवन साहू कहते हैं कि भाजपा कांग्रेस का मामला नहीं है यह आपसी लेनदेन का मामला था, अगर किसी ने धोखाधड़ी की है तो अवश्य रूप से कारवाई किया जाना चाहिए, परंतु मुझे धोखे में रखकर भाजपा पार्टी का व्यक्ति हूं कह कर गुमराह किया गया है ,,मैं पूरे मामले की जानकारी लेकर ही आगे कुछ कह पाऊंगा ,परंतु यह अवश्य कहूंगा पीड़ित व्यक्ति को न्याय मिलना चाहिए चाहे वह कोई भी हो,,,
इंटर अध्यक्ष अभय सिंह कहते हैं कि उन्हें जो जानकारी दी गई थी उस आधार पर लखन साहू ने जोश कोसी और सुनील साहू के साथ लेनदेन के मामले में गलत किया है इस वजह से उन्होंने कहा था कि गलत करने वालों पर कार्रवाई होना चाहिए परंतु नवभारत टाइम्स 24 x7in के माध्यम से मामला संज्ञान में आया है वे पूरे मामलों के तथ्यों की जानकारी लेने के बाद ही आगे कुछ कह पाएंगे बरहाल वे उड़ीसा आए हुए हैं 29 जुलाई को पहुंचने के बाद ही कुछ कह पाएंगे,,
अनुविभागीय दंडाधिकारी आर के सोनकर कहते हैं,,, इस तरह का कार्य करना शहर के हित में नहीं है ,आगामी 30 जुलाई को दल्लीराजहरा थाने के सामने किए जाने वाला धरना प्रदर्शन नहीं करने के निर्देश दिए गए हैं और अनुमति भी नहीं दी गई है ,,31 जुलाई को त्रिपक्षीय बैठक कर सकारात्मक चर्चा कर रास्ता निकाला जाएगा उन्होंने कहा कि उनके कार्य क्षेत्र अंतर्गत जो हो सकता है वह पीड़ित पक्ष के लिए अवश्य करेंगे परंतु इस तरह के कृत्य करना किसी के लिए उचित नहीं है,,,
नगर पुलिस अधीक्षक चित्रा वर्मा को फोन लगाया गया उन्होंने फोन रिसीव किया,,परंतु कवरेज एरिया से बाहर होने की वजह से आवाज ब्रेक होने लगी और उनसे चर्चा नहीं हो पाई इस वजह से उनका वर्जन नहीं आ पाया,,,
भाजपा नेता सौरभ लुनिया कहते हैं,,यह किस तरह की परंपरा चालू हो गई है अब पत्रकार कहलाने वाले लोग भी व्यक्तिगत मामलों में सहयोग करने लगे हैं इस तरह का माहौल दल्लीराजहरा में पहली बार देखने को मिल रहा है जब पत्रकार कहलिने वाले लोग अपनी दिशा को छोड़कर दूसरी दिशा की ओर बढ़ने लगे हैं,, और व्यक्तिगत मामले में प्रेस का दुरुपयोग करने लगे हैं उन्होंने इस विषय को लेकर कहा कि यह लोकतंत्र में उचित नहीं है और निंदनीय है जितना घोर निंदा किया जाए उतना कम है,,
पीड़ित लखन साहू बताते हैं कि,, धोखे में रखकर धोखाधड़ी कर 70 लाख रुपए का आहरण कर लिया गया उन्होंने शिकायतकर्ताओं के ऊपर करने की मांग किया है,,,000
