इतिहास के पन्नों में 19 जनवरीः जब 444 दिनों तक ईरान के सामने असहाय रहा अमेरिका

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Deepak Mittal

4 नवंबर 1979 को ईरान की राजधानी तेहरान में सरकार समर्थक छात्रों के झुंड ने जबरदस्ती अमेरिकी दूतावास में घुस कर वहां मौजूद 53 अमेरिकियों को बंधक बना लिया। अमेरिका को अपने बंधकों को छुड़वाने के लिए ईरान की शर्तें माननी पड़ी।

इन बंधकों को 14 माह बाद 19 जनवरी 1981 को रिहा किया गया। 444 दिनों तक बंधक रहे ये अमेरिकी नागरिक पहले जर्मनी गए और वहां से अमेरिका के लिए रवाना हुए। ये कांड ईरान में शाह रजा पहलवी के देश से भागने और इस्लामी क्रांति के सफल होने के बाद किया गया।

दरअसल, 1978-79 की इस्लामी क्रांति ने ईरान की राजशाही को खत्म कर दिया और वहां इस्लामी गणराज्य की स्थापना हुई।। उस दौर में छात्र अमेरिका से इस वजह से नाराज थे क्योंकि उसने लंबे समय तक ईरान के शाह मोहम्मद रजा पहलवी का समर्थन किया था। पहलवी ने 1979 में देश छोड़ दिया और कैंसर के इलाज के लिए अमेरिका चले गए थे। इन छात्रों की मांग थी कि शाह को ईरान वापस लाया जाए और उनके ऊपर मुकदमे चलाए जाएं। छात्रों को सरकार के साथ-साथ ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता अयातुल्लाह खुमैनी का वरदहस्त था। खुमैनी 14 वर्षों के निर्वासन के बाद देश लौटे थे।

अपने नागरिकों को बंधक बनाए जाने से अमेरिका शुरू में काफी नाराज हुआ। अमेरिका ने ईरान पर तमाम किस्म के प्रतिबंध लगा दिए। तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जिमी कार्टर ने अप्रैल 1980 में बंधकों को छुड़ाने के लिए सैन्य अभियान को अनुमति दी, लेकिन ये अभियान सफल नहीं हो सका। जिमी कार्टर के चुनाव में हटने बाद रोनाल्ड रीगन ने उनकी जगह ली और ईरान से नए सिरे से बातचीत शुरू हुई। रीगन ने ईरान की संपत्तियों पर लगे प्रतिबंध हटा लिए और बदले में ईरान अमेरिकी बंधकों को छोड़ने के लिए राजी हुआ।

अन्य अहम घटनाएंः

2020-भारत ने परमाणु हमला करने में सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया। आंध्र प्रदेश के समुद्री तट से दागी गई इस मिसाइल की मारक क्षमता 3,500 किमी है।

2013- स्काटलैंड के ग्लेन कोए में हिमस्खलन में चार पर्वतारोहियों की मौत।

2010- पश्चिम बंगाल बिहार और उड़ीसा ने बीटी बैंगन का विरोध किया। देश के कुल बैंगन उत्पादन में इन तीन राज्यों का 60 प्रतिशत हिस्सा है। इसमें पश्चिम बंगाल 30 प्रतिशत, उड़ीसा 20 प्रतिशत व बिहार 11 प्रतिशत हिस्सेदारी रखता है।

2009-झारखण्ड में राजनीतिक अनिश्चितता को समाप्त करते हुए केन्द्रीय कैबिनेट ने ‘राष्ट्रपति शासन’ लगाने का निर्णय किया।

2008-सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनी’इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन’ ने ‘ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल इंडिया’ के साथ समझौता किया।

श्रीलंका की सेना ने उत्तरी इलाके में हुए संघर्ष में उग्रवादी संगठन लिट्टे के 31 उग्रवादी मार गिराये।

2007- जवाहर लाल नेहरू पुरस्कार ओमान के सुल्तान काबूस बिन सईद बिन तैमूर अल सईद को प्रदान करने का फैसला।

2005- सानिया मिर्ज़ा लॉन टेनिस के ‘आस्ट्रेलिया ओपन’के तीसरे दौर में पहुँचने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं।

2004- हिमाचल प्रदेश में चम्बा ज़िले के गरौला गांव में एक बस के नदी में गिर जाने से 21 लोगों की मौत।

2003- मिस्र ने इजराइल पर हमला रोकने संबंधी अपने प्रस्ताव के बारे में काहिरा में होने वाली बातचीत के लिए फ़िलिस्तीनी गुटों को आमंत्रित किया।

भारतीय राजनयिक ‘सुधीर व्यास’ को पाकिस्तान में प्रताड़ित किया गया।

2002- पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ़ ने किसी भी ग़ैर-पाकिस्तानी आतंकवादी पाकिस्तान में होने से इन्कार किया।

2001- थाइलैंड में रॉक थाइ पार्टी को बहुमत,तालिबान पर संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंध प्रभावी।

1995- चेचन्या के अलगाववादी राष्ट्रपति भवन से भाग निकले और रूसी तोपख़ाने ने उसे नष्ट कर दिया।

1994- परिवहन विमान पर हमले के बाद सरायेवो से लोगों को बाहर निकालने का काम राष्ट्रसंघ अधिकारियों ने स्थगित कर दिया।

1992- इज़रायल के प्रधानमंत्री ‘चितजाक मीर’ की मिली-जुली सरकार ने संसद में बहुमत खो दिया।

1986- पहला कम्प्यूटर वायरस ‘सी.ब्रेन’ सक्रिय किया गया।

1981- अमेरिका तथा ईरान के बीच समझौते के तहत 52 अमेरिकी बंधकों को रिहा किया गया।

1977- समुद्र तटों के लिए प्रसिद्ध अमेरिका के मिआमी शहर में पहली बार बर्फ़ गिरी।

1975- हिमाचल प्रदेश में भूकंप आया।

1974- चीन ने सोवियत संघ के एक राजनयिक सहित पाँच लोगों को जासूसी के आरोप में देश से निष्कासित कर दिया।

1966- इंदिरा गाँधी को भारत का तीसरा प्रधानमंत्री चुना गया।

1960- अमेरिका और जापान के बीच आपसी सुरक्षा समझौता।

1956- सूडान अरब लीग का नौंवा सदस्य बना।

1949- कैरेबियाई देश क्यूबा ने इजरायल को मान्यता दी।

1945- सोवियत सेनाओं ने द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान पोलैंड की लोद्ज यहूदी बस्ती को नाज़ी पहरे से आज़ाद कराया। इस बस्ती के लाखों यहूदी निवासियों को हिटलर के आदेश पर यातनागृहों में मौत के घाट उतार दिया गया था।

1942- ‘द्वितीय विश्वयुद्ध’के दौरान जापान ने बर्मा (वर्तमान म्यांमार) पर कब्ज़ा किया।

1941- ब्रिटेन की सेना ने अफ्रीकी देश सूडान के कसलफ पर क़ब्ज़ा किया।

1938- जनरल फ्रांसिस्को फ्रैंको के समर्थक सैनिकों ने बार्सीलोना और वैलेसिया शहरों पर बमबारी की, जिससे 700 व्यक्ति मारे गए।

जनरल मोटर्स ने डीजल इंजन का बड़े स्तर पर उत्पादन शुरू किया।

1927- ब्रिटेन ने अपनी सेना को चीन भेजने का निर्णय लिया।

1921- मध्य अमेरिकी देशों कोस्टारिका,ग्वाटेमाला,होंडुरस तथा अल सल्वाडोर ने समझौते पर हस्ताक्षर किये।

1920- अलेक्जेंडर मिलरैंड ने फ्रांस में सरकार का गठन किया।

1918- बोलेविको ने पेट्रोगाड स्थित संविधान सभा को भंग कर दिया।

1910- जर्मनी तथा बोलिविया के वाणिज्यिक तथा दोस्ताना समझौता समाप्त।

1839- ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने यमन के शहर अदन को जीत लिया।

1812- बेलिंगटन के ड्यूक के नेतृत्व में स्पेन ने कई महत्त्वपूर्ण शहरों पर कब्ज़ा किया।

1795- फ्रांसीसी फ़ौजों ने हॉलैंड को तबाह किया।

1668- किंग लुईस चौदहवां तथा सम्राट लियोपेल्ड प्रथम ने स्पेन के बंटवारे को लेकर समझौते पर हस्ताक्षर किये।

1649- इंग्लैंड नरेश ‘चार्ल्स प्रथम’के ख़िलाफ़ मुकदमा शुरू हुआ।

जन्म

1949- जगजीत सिंह दर्दी- पत्रकार, शिक्षाविद्।

1935- सौमित्र चटर्जी- बांग्ला फ़िल्म अभिनेता।

1920- ज़ेवियर पेरिज डी कुईयार- संयुक्त राष्ट्र संघ के पाँचवें महासचिव थे।

1919- कैफ़ी आज़मी- मशहूर उर्दू शायर।

1898- विष्णु सखाराम खांडेकर – मराठी के सुप्रसिद्ध साहित्यकार।

1855- जी.सुब्रह्मण्यम अय्यर- भारत के जाने-माने पत्रकार तथा प्रमुख बुद्धिजीवी थे।

निधन

2021- माता प्रसाद – भारतीय राजनीतिज्ञ और अरुणाचल प्रदेश के भूतपूर्व राज्यपाल थे।

2021- वी. शांता – रेमन मैग्सेसे पुरस्कार विजेता भारतीय महिला चिकित्सक थीं।

2015- रजनी कोठारी- राजनीतिक विचारक एवं लेखक।

2012- एंथनी गोंज़ाल्विस- प्रसिद्ध संगीतकार तथा भारतीय व पश्चिमी संगीत के उस्ताद।

2010- के.एस.अशवाथ- कन्नड़ फ़िल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता।

2000- हेडी लामार – एक खूबसूरत अभिनेत्री होने के साथ एक आविष्कारक भी थीं।

1995- उपेंद्रनाथ अश्क- हिन्दी साहित्यकार।

1990- आचार्य रजनीश- भारतीय विचारक और धर्मगुरु।

1905- देवेन्द्र नाथ टैगोर (ठाकुर)- नोबेल पुरस्कार विजेता रबीन्द्रनाथ ठाकुर के पिता और भारतीय चिंतक, विचारक।

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Author: Deepak Mittal

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