ताजा खबर
बड़ी खबर : छत्तीसगढ़ में होगी शिक्षकों की भर्ती,प्रथम चरण में 5,000 पदों पर होगी नियुक्ति नशे के विरूद्व बालोद पुलिस की बड़ी कार्यवाही पुलिस ने गांजा बेचने ग्राहक तलाश करते आरोपी को किया गिरफ्तार अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में महिलाओं का योगदान अतुलनीय” — राज्यपाल रमेन डेका राज्यपाल रमेन डेका एक दिवसीय प्रवास पर बालोद पहुँचे ,,कलेक्टर दिव्या मिश्रा और पुलिस अधीक्षक एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने किया आत्मीय स्वागत युक्तियुक्तकरण का अनोखा विरोध मुंगेली से: शिक्षक भर्ती के लिए उपमुख्यमंत्री पद समाप्त करने की मांग कर चोरी करने वाले व्यवसायियों के विरूद्ध स्टेट जीएसटी की बड़ी कार्यवाही..

कानन पेंडारी जू में सफेद बाघ आकाश की मौत से मचा हड़कंप, हार्ट अटैक बना वजह

Picture of Deepak Mittal

Deepak Mittal

जे के मिश्र
ब्यूरो चीफ
नवभारत टाइम्स24*7in
बिलासपुर

बिलासपुर। शहर के कानन पेंडारी Zoological Garden से एक बेहद दुखद समाचार सामने आया है। यहां रहने वाले सफेद बाघ आकाश की अचानक मौत हो गई, जिससे वन विभाग और जू प्रबंधन में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

सूत्रों के अनुसार, सोमवार सुबह लगभग 9:11 बजे केज की नियमित सफाई के लिए पहुंचे कर्मचारी ने जब आकाश को अचेत अवस्था में पड़ा देखा, तो उसे पहले नींद में समझा गया। लेकिन पानी डालने के बावजूद कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों और चिकित्सकों को सूचित किया गया।

वन्य प्राणी चिकित्सक डॉ. पीके चंदन द्वारा मौके पर पहुंचकर की गई जांच में बाघ को मृत घोषित किया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया है कि आकाश की मौत हार्ट अटैक से हुई है। सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि सुबह 7 बजे तक बाघ सामान्य रूप से केज में टहल रहा था, लेकिन 8:51 बजे उसकी तबीयत बिगड़ी और कुछ ही समय में वह जमीन पर गिर गया।

जू प्रशासन ने मृत बाघ आकाश का अंतिम संस्कार कानन परिसर में ही कर दिया। इस दुखद घटना के समय जू के अधिकारी मौके पर उपस्थित थे। आकाश, बाघिन सिद्धी का शावक था और अब कानन जू में दो ही सफेद बाघ शेष रह गए हैं – सिद्धी और उसकी बेटी ईशा।

इस घटना के बाद कानन प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। घटना के समय बाघ पर कोई निगरानी नहीं थी, जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि यदि समय पर इलाज उपलब्ध हो पाता तो शायद आकाश की जान बचाई जा सकती थी।

सफेद बाघ की इस असामयिक मौत ने वन्य प्राणी संरक्षण की दिशा में निगरानी और मेडिकल इमरजेंसी की तैयारियों की समीक्षा की आवश्यकता को एक बार फिर सामने ला दिया है। अब देखना होगा कि जू प्रशासन इस घटना से क्या सबक लेता है और आगे कैसी व्यवस्थाएं लागू की जाती हैं।

Deepak Mittal
Author: Deepak Mittal

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

June 2025
S M T W T F S
1234567
891011121314
15161718192021
22232425262728
2930  

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *