वनांचल क्षेत्र में पहुंचा ‘पहल अभियान’, स्वास्थ्य सेवा और शिकायत निवारण का दिया लाभ
निर्मल अग्रवाल ब्यूरो प्रमुख मुंगेली 8959931111
मुंगेली, 28 अक्टूबर 2025: पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल के निर्देशन में मुंगेली पुलिस ने मानवता की मिसाल पेश की। सोमवार को अचानकमार टाइगर रिजर्व के ग्राम अचानकमार में साप्ताहिक बाजार के दौरान आयोजित विशेष मेडिकल कैंप और शिकायत निवारण शिविर ने ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ उनकी समस्याओं का तत्काल समाधान प्रदान किया। यह ‘पहल अभियान’ जिले में जनसेवा का नया आयाम साबित हो रहा है, जो पुलिस और जनता के बीच विश्वास का मजबूत सेतु बना रहा है।

अचानकमार जैसे सुदूर वनांचल क्षेत्र में, जहां स्वास्थ्य और प्रशासनिक सेवाएं ग्रामीणों की पहुंच से कोसों दूर रहती हैं, पुलिस का यह कदम ग्रामीणों के चेहरों पर खुशी की लहर ले आया। चौकी खुड़िया के अंतर्गत आयोजित इस कार्यक्रम में छपरवा, लमनी, काटामी, बिंदावल, दानावखार, बम्हनी, बिरारपानी, रंजकी समेत करीब 15 ग्रामों के सैकड़ों ग्रामीण साप्ताहिक बाजार में पहुंचे। पुलिस टीम ने स्वास्थ्य शिविर में निशुल्क जांच, दवाओं का वितरण और प्राथमिक उपचार किया, जिससे ग्रामीणों को वर्षों पुरानी समस्याओं से राहत मिली।

स्वास्थ्य जांच से लेकर समस्या समाधान तक: ग्रामीणों का व्यक्तिगत संवाद
मेडिकल टीम ने ग्रामीणों का ब्लड प्रेशर, शुगर लेवल, बुखार, स्किन इंफेक्शन, जोड़ों का दर्द और अन्य सामान्य बीमारियों की जांच की। कई बुजुर्गों और महिलाओं को लंबे समय से इलाज न मिलने की शिकायत थी, जिन्हें मौके पर उपचार के साथ आगे के इलाज के लिए सलाह दी गई। पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों से सीधे बातचीत कर उनकी परेशानियां सुनीं—चाहे सड़क निर्माण, राशन कार्ड, पेयजल, स्वास्थ्य केंद्र की कमी हो या बिजली की अनियमितता। कई मामलों में तत्काल निराकरण भी किया गया।ग्रामीणों ने इस पहल की खूब सराहना की।

ग्राम बम्हनी के गंगाराम मरकाम ने कहा“हमने पुलिस को हमेशा अपराध रोकने के लिए देखा था, लेकिन आज वे हमारे इलाज के लिए आए हैं। यह देखकर बहुत अच्छा लगा। हमें लगा जैसे सरकार हमारे पास खुद चलकर आई हो।”
इसी तरह, ग्राम अचानकमार की मीना सकत ने बताया, “पहले तो हम पुलिस वालों से डरते थे, लेकिन आज उन्होंने हमारे बच्चों का इलाज कराया, हमारी बात सुनी। अब लगता है पुलिस हमारी अपनी है।”
एसपी भोजराम पटेल की दूरदृष्टि: जनसेवा को पुलिस का मूल मंत्र बनाया
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल (भा.पु.से.) ने ‘पहल अभियान’ को अपराध रोकथाम से आगे बढ़ाकर सामाजिक सुधार और ग्रामीण कल्याण का माध्यम बना दिया है। उनके नेतृत्व में मुंगेली पुलिस दूरस्थ इलाकों तक पहुंच रही है, जिससे जनपुलिसिंग की नई अवधारणा जन्म ले रही है।

एसपी पटेल ने कहा “पुलिस का काम सिर्फ अपराधियों को पकड़ना नहीं, बल्कि समाज की सेवा करना भी है। हम चाहते हैं कि जनता हमें अपना साथी समझे, न कि भय का कारण। ‘पहल अभियान’ इसी सोच का विस्तार है, जिसके तहत हम हर उस व्यक्ति तक पहुंचना चाहते हैं जो सरकारी सुविधाओं से वंचित है।”

जागरूकता अभियान: नशामुक्ति से साइबर सुरक्षा तक
शिविर में स्वास्थ्य सेवा के अलावा ग्रामीणों को नशामुक्ति, महिला सुरक्षा, साइबर अपराध से बचाव और यातायात नियमों पर जागरूक किया गया। युवाओं को रोजगार योजनाओं की जानकारी दी गई, जबकि बच्चों को बाल अधिकारों और नियमित शिक्षा के महत्व के बारे में बताया गया। महिलाओं को महिला हेल्पलाइन 1091, साइबर हेल्पलाइन 1930, नशामुक्ति हेतु 1933 और आपातकालीन नंबर 112 की जानकारी प्रदान की गई।
कार्यक्रम के अंत में ग्रामीणों ने पुलिस टीम का आभार माना।
ग्राम बिरारपानी की दुर्गावती बाई ने कहा“हमारे यहां कभी डॉक्टर नहीं आता, लेकिन आज पुलिस डॉक्टर लेकर आई। अब हमें लगता है कि सरकार हमारी सुन रही है।” ग्रामीणों ने ऐसी पहलों को निरंतर चलाने की मांग की।
मानवता की मिसाल: ‘पहल’ अभियान बन रहा जनआंदोलन
यह कार्यक्रम न केवल प्रशासनिक सफलता रहा, बल्कि पुलिस की संवेदनशील छवि को मजबूत करने वाला कदम साबित हुआ। अचानकमार के वनांचल में पहुंचकर मुंगेली पुलिस ने साबित किया कि सेवा भावना दूरी की कोई बाधा नहीं मानती। ग्रामीणों की मुस्कान और आशीर्वाद इस बात के प्रमाण हैं कि ‘पहल अभियान’ सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि मानवीय आंदोलन बन चुका है—जो संदेश देता है कि “पुलिस जनता के लिए, जनता पुलिस के लिए।”
Author: Deepak Mittal









