APT 2.0 का रोलआउट, सर्वर डाउन
बढ़ती समस्याओं के मद्देनजर स्वतंत्र डाकघर की उठी मांग
निर्मल अग्रवाल ब्यूरो प्रमुख मुंगेली 8959931111
सरगांव- 01 अगस्त को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने महतारी वंदन तथा 2 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री ने किसान सम्मान निधि की राशि जारी की साथ ही रक्षाबंधन पर्व पर बहनों द्वारा भाइयों के लिए राखियां स्पेशल लिफाफे से डाक द्वारा अग्रेषित की हुई है किंतु इस खबर के लिखे जाने तक उपरोक्त तीनों उपहार माताओं- बहनों व किसान भाइयों को अप्राप्त है जो की इंडियन पोस्ट (डाकघर) के बिल्हा शाखा की मानो उनके लिए एक अनोखा उपहार है ? एक तरफ भारतीय डाक विभाग ने अपनी सेवाओ को आधुनिक बनाने के लिए एडवांस्ड पोस्टल टेक्नोलॉजी (APT) नामक नई और उपयोगी प्रणाली शुरू की है जिसके लिए डाकघरों में डेटा माइग्रेशन और सिस्टम अपग्रेडेशन के चलते 2 अगस्त को एकदिवसीय कामकाज बन्द रहा दूसरी तरफ सेवा 4 अगस्त से बहाल होने की बात कही गयी थी किन्तु सर्वर डाउन ने आये त्यौहार चेहरे की खुशियां डाउन कर दी।
जैसा कि सर्वविदित है कि सरगांव की डाक चिठियाँ आदि 15 से 18 किलोमीटर दूर बिल्हा पोस्ट ऑफिस से आती है जिसे लेने सरगांव का डकार (एक कर्मचारी) साइकिल से या कभी कभी मोटरसाइकिल से बिल्हा पोस्टऑफिस जो की रेलवे लाइन की दूसरी तरफ बरतोरी रोड पर स्थित है सरगांव की डाक जिसमे सभी जाने वाली चिठियाँ, पार्सल, रकम आदि रहती है लगभग सुबह 8:00 बजे लेकर जाता है वहां से लगभग 12:00 बजे सभी चिट्टियां, पार्सल, रकम आदि लेकर आता है।
यहां के बावली में लगभग 12 से 15 ग्राम ग्राम, अंडा के 15 से 17 ग्राम, बैतलपुर के 14 से 15 ग्राम,व सरगांव के 20 से 22 ग्राम कुल मिलाकर अंचल के 60 से 65 ग्रामों की चिठियाँ, पार्सल आदि लेकर रास्ते की जोखिम का खतरा सर पर मंडराते हुए की कंही लूटपाट न हो जाए की आशंका के चलते लगभग 12:00 बजे सरगांव पहुंचता है तब यहां अन्य बावली, अंडा, बैतलपुर, के कर्मचारी अपने-अपने यहां की डाक लेकर बरसते पानी,कड़ी धूप,में डाक का वितरण करते हैं। ऊपर से तुर्रा यह है कि डाक वाले हमारी चिठियाँ समय पर नहीं देते की शिकायत करते रहते हैं।
सन 1985 के आसपास सरगांव को डाकघर का दर्जा ट्रायल बेस में प्रदान किया गया था तत्कालीन समय में सरगांव डाकघर प्रभारी स्व. रामाधार यादव की भूमिका काफी सराहनीय रही। प्रयासों से सरगांव उपडाकघर को टेलीफोन की सुविधा भी प्राप्त हो चुकी थी। अति रिस्पांस मिलने पर स्वतंत्र टेलीफोन एक्सचेंज की स्थापना कर कनेक्शन दिए गए थे। उस समय सरगांव की डाक सीधे आरएमएस बिलासपुर से बस द्वारा सुबह 8:00 बजे पहुंच जाती थी और वापसी 2:00 बजे बस से पुनः आरएमएस को डाक भेज दी जाती थी जिससे अंचल के 60- 65 ग्रामों में 12:00 बजे तक डाक वितरण हो जाता था और दोपहर वापसी गन्तव्य तक डाक रवाना हो जाती थी। किन्तु अपरिहार्य कारणों से 2 साल बाद यह सुविधा वापस ले ली गई तबसे अंचल के रहवासियों को बिल्हा के ऊपर निर्भर रहना पड़ता है और आवश्यक चिट्टियां ,तार आदि 2 दिन बाद ही प्राप्त होते हैं।
सन 1985 के मुकाबले आज 40 साल के अंतराल में 40 × 40 की उन्नति हो चुकी है किंतु फिर भी पुराने ढर्रे पर डाक का आना- जाना लगा हुआ है।ज्ञात हो कि सरगांव नगर पंचायत को तहसील का दर्जा भी प्राप्त हो चुका व सम्भवतः भविष्य में इसे विधानसभा भी बनाना प्रस्तावित है। नगर पंचायत सरगांव जिला मुंगेली है किंतु आज भी अंचलवासियों को बिलासपुर जिले पर आश्रित रहना पड़ता है।
स्वतंत्र डाकघर की उठी मांग
बिलासपुर जिले के सांसद व केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू से सरगांव को स्वतंत्र पोस्ट ऑफिस (डाकघर) का दर्जा प्रदान करने की मांग की जा रही है ताकि अंचल के रहवासियो को त्वरित व सुगमता से डाक व जरूरी पत्र समय पर उपलब्ध हो सके एवं अंचल की ट्रिपल इंजन सरकार में नागरिकों को अच्छी सुविधा प्राप्त हो सके।
जनता के बेहतर सुविधाओं हेतु सदैव प्रयासरत-परमानन्द साहू
नागरिकों को अच्छी सुविधा प्राप्त हो सके इसके लिए नगर पंचायत सरगांव के अध्यक्ष परमानन्द साहू ने सांसद व केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू,मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, विधायक बिल्हा धरमलाल कौशिक आदि को नगर पंचायत सरगांव को स्वतंत्र पोस्टऑफिस (डाकघर) बनाये जाने हेतु प्रस्ताव अग्रेषित किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार जनता को सदैव अच्छी सुविधाएं प्रदान करने प्रयासरत रही है ताकि नागरिकों की किसी भी प्रकार से असुविधा उत्पन्न न हो।
APT 2.0 रोलआउट,सर्वर डाउन से हुई समस्या
भारत डाक विभाग (India Post) में APT 2.0 के रोलआउट के कारण डाकघर में काम बंद रहेगा की जानकारी मिली अभी 13 सर्कल में यह प्रणाली लागू की गयी है जानकारी अनुसार 2 अगस्त को, डेटा माइग्रेशन और सिस्टम अपग्रेडेशन के लिए डाकघर में लेन-देन बंद रहेगी और 4 अगस्त से APT 2.0 के साथ डाक सेवाएँ फिर शुरू हो जाएंगी, जिससे सुविधाएँ तेज़ और डिजिटल हो जाएंगी परन्तु इसके बाद बिल्हा डाकघर में हुए सर्वर डाउन से अभी तक सुविधाएं चालू नही हो पाई।
मुख्य जानकारी इस प्रकार है
कारण– डेटा माइग्रेशन और सिस्टम अपग्रेडेशन के लिए सर्विसेज़ अस्थायी रूप से बंद हैं।
बंद होने की तिथि: 2 अगस्त
शुरू होने की तिथि और स्थिति
बताया गया कि 4 अगस्त (APT 2.0 के साथ सेवाएँ पुन: चालू, और तेज/डिजिटल होंगी) किन्तु अभी तक सेवायें चालू नही हो पाई बिल्हा डाकघर में तकनीकी समस्या के चलते जिसके कारण सरगांव डाक नही पहुँच पा रहा।
प्रभावित सेवाएँ
बुकिंग, पार्सल, पोस्टल सेवाएँ, बचत बैंक और अन्य लेन-देन अस्थायी रूप से प्रभावित हो रही।

Author: Deepak Mittal
