
20 हजार धान की बोरियां संग्रहित
निर्मल अग्रवाल ब्यूरो प्रमुख मुंगेली
सरगांव- धान खरीदी विपणन वर्ष 2024-25 के तहत 14 नवम्बर से धान खरीदी के कार्य का शुभारंभ किया जा चुका है। जिसमे शासन के आदेशानुसार 21 क्विंटल प्रति एकड़ के साथ ही 3100 की दर से खरीदी की जा रही है व 72 घण्टे के अंदर राशि प्रदान की जा रही है। जिससे किसानों के चेहरे कमल फूल की भांति खिले हुए नजर आ रहे है।
पूरी खरीदी के दौरान शासन के नियमों और उचित मापदंडों का ध्यान रखा जा रहा है जिसके चलते कुछ किसानों के धानों में नमी पाए जाने पर सूखने पस्चात ही खरीदी की जा रही है।
अपने मेहनत के फल का मेहताना पाने बेताब किसानों द्वारा बिक्री हेतु सरल कर दी गयी प्रक्रिया टोकन तुंहर हाथ के चलते आसानी से अपने धान विक्रय किये जा रहे है जिसके चलते किसानो की भारी भीड़ उपार्जन केन्द्रों में देखी जा रहीं है।
यंहा तक सब कुछ तो ठीक परंतु एक नई विडम्बना ने जन्म लिया है। नवभारत टाइम्स की टीम द्वारा आज सर्वे करने पे देखा गया कि सेवा सहकारी समिति मर्यादित सरगांव पंजीयन क्रमांक 379 अंतर्गत धान उपार्जन केन्द्र जो क्षेत्र का सबसे बड़ा उपार्जन केंद्र है में 14 नवम्बर की खरीदी पस्चात मिले 3 दिनों के अवकाश बाद और आरम्भ पुनः खरीदी के महज 5 दिनों में लगभग 20 हजार धान की बोरियों का संग्रहण हो चुका है। जिसके चलते मंडी पूरी तरह एक तालाब की भांति लबालब भर चुका है।

बारदाने समाप्ति की ओर है हालांकि पुनः शनिवार औऱ रविवार अवकाश हो जाने से कुछ राहत है परंतु सोमवार से खरीदी आरम्भ हो जाने से बड़ी विडंबना का सामना इन धान की बोरियों के न उठने की वजह से हो सकता है। बारदाने के अभाव और बिक्री पस्चात धान रखने के लिए होने वाली जगह की समस्या के चलते विवाद का जन्म होना लगभग निश्चित है।

जिसका खामियाजा सीधे साधे खरीदी प्रभारियों को भुगतना पड़ सकता है। इस पर जल्द से जल्द संज्ञान लेते हुए प्रशासन को इन एकत्रित धान की बोरियों को उठाने का इंतेजाम किया जाना चाहिए ताकि आने वाले समय मे किसी भी प्रकार से समस्या का सामना स्टॉफ को करना न पड़े।
” बड़ी संख्या में टोकन पस्चात किसान अपना धान बेच रहे है अब तक 20 हजार धान की बोरियां एकत्रित हो चुकी है। आगे धान रखने के लिए जगह का अभाव है। जल्द से जल्द इन बोरियों का उठाव नही हुआ तो व्यवधान उत्पन्न होगा नतीजन धान खरीदी बन्द करने की स्थिति निर्मित हो सकती है।
- धनुष साहू
खरीदी प्रभारी
धान उपार्जन केंद्र सरगांव

Author: Deepak Mittal
