नाबालिगों की बाइकों पर रफ्तार बनी खतरा!
दल्लीराजहरा के स्कूलों में छात्र स्कूटी-बाइक से पहुंच रहे बिना लाइसेंस, जनसुरक्षा पर मंडराया संकट
दल्लीराजहरा। लौह अयस्क नगरी दल्लीराजहरा में स्कूली शिक्षा की तस्वीर के पीछे एक गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है। नगर के मोहम्मद मेराज ने अवर सचिव, शिक्षा विभाग मंत्रालय रायपुर को एक औपचारिक शिकायत पत्र भेजकर स्कूली छात्रों द्वारा बगैर ड्राइविंग लाइसेंस बाइक एवं स्कूटी से स्कूल आने-जाने की प्रवृत्ति पर चिंता जाहिर की है।
मेराज ने बताया कि बालोद जिले के सबसे अधिक आबादी वाले क्षेत्र दल्लीराजहरा में स्थित विभिन्न विद्यालयों—जैसे निर्मला इंग्लिश मीडियम विद्यालय चिखलाकसा, डीएवी विद्यालय (वार्ड क्रमांक 02), लिटिल बर्ड्स एकेडमी (वार्ड क्रमांक 24), शासकीय उच्चतर माध्यमिक नेहरू विद्यालय (वार्ड क्रमांक 26), गांधी विद्या मंदिर (वार्ड क्रमांक 14) तथा श्री साईं शिशु मंदिर विद्यालय कोंडे रोड (वार्ड क्रमांक 14)—में पढ़ने वाले नाबालिग छात्र-छात्राएं बिना ड्राइविंग लाइसेंस, बाइक या स्कूटी से प्रतिदिन विद्यालय पहुंच रहे हैं।
इस लापरवाही पर चिंता जताते हुए मेराज ने कहा कि न तो अभिभावक इस खतरे को समझ पा रहे हैं और न ही विद्यालय प्रबंधन द्वारा कोई आपत्ति या प्रतिबंध लगाया गया है। यह प्रवृत्ति न सिर्फ सड़क सुरक्षा नियमों का उल्लंघन है, बल्कि किसी बड़े हादसे का कारण भी बन सकती है—जो खुद छात्रों, राहगीरों और आमजनता की जान-माल को खतरे में डाल सकती है।
मेराज ने शिक्षा विभाग से मांग की है कि इन मामलों को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए तत्काल प्रभाव से विद्यालय परिसर में बाइक व स्कूटी लाने पर प्रतिबंध लगाया जाए। साथ ही, यदि कोई छात्र नियमों की अवहेलना करता है तो उसके अभिभावकों पर लापरवाही और मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।
यह मामला समाज में एक गहन विमर्श को जन्म दे रहा है कि क्या आधुनिकता की दौड़ में हम बच्चों की सुरक्षा और अनुशासन को पीछे तो नहीं छोड़ रहे हैं?
