किसान की समस्या का समाधान करने कीचड़ में उतरी तहसीलदार

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शाजापुर : एक तरफ तो शासन के द्वारा रोजगार गारंटी के तहत पंचायत के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में अमृत सरोवर तालाब योजना के अन्तर्गत तालाबों का निर्माण कराया जा रहा है ताकि उन तालाबों के माध्यम से सिंचाई का लाभ किसानों को ज्यादा से ज्यादा मिल सके।

वही पर लंबे समय से चले आ रहे किसान बाबुलाल पिता दरियाव सिंह व ग्राम पंचायत  मोरटाकेवड़ी के विवाद को आखिरकार पोलायकलां तहसीलदार सोनम शर्मा के द्वारा कीचड़ भरें रास्ते से पैदल मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को ध्यान से सुनने के बाद में समाधान कर दिया गया ऐसा ही एक मामला ग्राम पंचायत मोरटाकेवड़ी के अंतर्गत आने वाले ग्राम उमरसिगी का है ।

जिसमें किसान के द्वारा शिकायती आवेदन दिया गया था जिसमें किसान तालाब निर्माण की पाल को अपनी निजी भूमि बता रहा था निजी भूमि संबंधित विवाद को आखिरकार हल कर दिया गया जिसकी शिकायत किसान के द्वारा सी एम हेल्पलाइन पर की गई थी ।

क्या है पूरा मामला

ग्राम उमरसिंगी मे खजूरिया अम्रत सरोवर तालाब की पाल को लेकर कई दिनों से किसान अपनी निजी भूमि पर  अम्रत सरोवर तालाब की पाल निर्माण को लेकर आपत्ति दर्ज करा कर स्वयं की भूमि मे तालाब निर्माण की बात कह रहा जो काफी दिनों से विवाद चल रहा था ।

जिसको  जिला पंचायत से लेकर एस डी एम जनपद सी सी ओ इस समस्या का समाधान करने में लगे हुए थे परंतु आज पोलायकलां तहसीलदार ने  चौकी प्रभारी रामेश्वर पटेल इंजीनियरिंग आशीष पडाला पंचायत सचिव चंद्रसिंह परमार हल्का पटवारी सूर्य प्रकाश परमार सरपंच रंगलाल दांगी दलबल के साथ में मौके पर पहुंचे और अमृत सरोवर तालाब के निर्माण में  निजी भूमि को चिन्हित करके तालाब निर्माण की अनुमति प्रदान की

शिकायतकर्ता ओमप्रकाश गुर्जर के अनुसार यहां पूरा मामला शासकीय भूमि पर बड़े पैमाने पर अतिक्रमण से ले करके तालाब की पाल क्षतिग्रस्त करने का है  इस पूरे मामले को लेकर ओमप्रकाश के द्वारा  दो माह पूर्व लिखित में अधिकारियों को अवगत कराने के बाद भी अभी तक कोई समाधान नहीं किया गया।

जबकि जिस आवेदक बाबुलाल पिता दरियाव सिंह उमरसिगी के द्वारा अपनी निजी भूमि में पाल होने की बात कह रहे हैं वह खुद मेरे पिता के नाम से शासकीय रिकॉर्ड में भूमि दर्ज है।

शिकायती आवेदन को ले करके आज ग्राम उमरसिगी में किसान के द्वारा की गई सीएम हेल्पलाइन का समाधान करने के लिए मौके पर पटवारी को लेकर गई थी उक्त समाधान किया गया।

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Author: Deepak Mittal

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