(जे के मिश्रा)अकलतरा। अकलतरा विकासखंड के शिक्षकों ने जनपद सीईओ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शिक्षकों का आरोप है कि एक बैठक के दौरान सीईओ ने उनके साथ अपमानजनक व्यवहार किया और उन्हें बिना वजह डांटकर बैठक हॉल से बाहर निकाल दिया। इस घटना के बाद शिक्षकों ने एसडीएम को लिखित शिकायत दी है और सीईओ के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
शिक्षकों का आरोप: अपमान और दुर्व्यवहार
मामला 11 सितंबर का है, जब अकलतरा जनपद सीईओ ने ओबीसी सर्वे को लेकर शिक्षकों की एक बैठक बुलाई थी। बैठक में शिक्षकों ने सर्वे के दौरान आ रही समस्याओं को सामने रखा, जिसमें यह बताया गया कि पंचायत सचिव और रोजगार सहायक उन्हें अपेक्षित सहयोग नहीं दे रहे हैं। जब शिक्षकों ने अपनी समस्याओं पर चर्चा शुरू की, तो सीईओ नाराज हो गए और शिक्षकों पर जमकर बरस पड़े। आरोप है कि सीईओ ने शिक्षकों को अपमानित करते हुए बैठक से बाहर निकाल दिया। इस घटना के बाद कई शिक्षक आहत महसूस कर रोते हुए बाहर निकल गए।
शिक्षकों का आक्रोश: कार्रवाई की मांग
शिक्षकों ने सीईओ के इस व्यवहार के खिलाफ आवाज उठाते हुए अकलतरा एसडीएम को एक लिखित शिकायत सौंपी है। शिक्षकों का कहना है कि इस तरह का दुर्व्यवहार उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाने वाला है, जिससे उनका मनोबल गिरता है। शिक्षकों ने यह भी कहा कि वे अपने अधिकारों की रक्षा के लिए इस लड़ाई को जारी रखेंगे और ऐसे अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करेंगे।
बैठक के दौरान हुई थी ये चर्चा
बैठक का मुख्य उद्देश्य ओबीसी सर्वे से जुड़ी जानकारी लेना और शिक्षकों को जरूरी दिशा-निर्देश देना था। शिक्षकों ने बैठक में बताया कि सर्वे के दौरान पंचायत सचिव और रोजगार सहायकों की ओर से सहयोग न मिलने के कारण उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। शिक्षकों का कहना था कि उन्हें सर्वेक्षण कार्य में अकेला छोड़ दिया गया है, जिससे कार्य में बाधा आ रही है। लेकिन जब उन्होंने ये बातें सीईओ के सामने रखी, तो सीईओ नाराज हो गए और शिक्षकों पर भड़क उठे।
शिक्षकों का आंदोलन: आगे की रणनीति
शिक्षकों ने इस घटना को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की और कहा कि यदि इस मामले में जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आगे के आंदोलन की तैयारी करेंगे। शिक्षकों का कहना है कि वे अपमान और दुर्व्यवहार को बर्दाश्त नहीं करेंगे और अपने सम्मान के लिए किसी भी हद तक जाएंगे।
