बीजापुर।
जिले के ग्राम नैमेड स्थित कन्या आवासीय विद्यालय में उस वक्त सनसनी फैल गई, जब 9वीं कक्षा की छात्रा पिंकी कुरसम का शव कपड़े सुखाने वाले कमरे में फांसी के फंदे से लटका मिला।
छात्रा की संदिग्ध मौत से विद्यालय प्रबंधन, प्रशासन और शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
परिजनों ने जिला अस्पताल के सामने विरोध प्रदर्शन कर प्रशासन पर सच्चाई छुपाने का आरोप लगाया।
क्या हुआ उस रात?
जानकारी के अनुसार, रात के खाने के वक्त जब छात्रा मेस में नहीं पहुंची, तो सहेलियों ने ढूंढना शुरू किया।
कपड़े सुखाने वाले कमरे में उसकी लाश फंदे से लटकी हुई मिली।
विद्यालय प्रबंधन ने तत्काल छात्रा को जिला अस्पताल बीजापुर पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजनों का आरोप और प्रदर्शन
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“हमें शव तक नहीं दिखाया जा रहा”, परिजनों ने लगाया गंभीर आरोप
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प्रशासन पर सच्चाई छुपाने का संदेह
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“क्या ये आत्महत्या है या अनहोनी?” – उठे सवाल
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प्रशासन ने देर रात समझाइश देकर परिजनों को शांत कराया
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पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतज़ार
जांच शुरू, कई सवाल बाकी
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थाना प्रभारी हरिनाथ रावत ने बताया कि पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है
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छात्राओं और स्टाफ से पूछताछ जारी
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मौत की असली वजह फिलहाल अज्ञात
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DEO लखन लाल धनेलिया बोले – “एसडीएम स्तर पर जांच होगी, दोषियों पर सख्त कार्रवाई तय है”
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नई अधीक्षिका ने पदभार नहीं संभाला था, पुरानी अधीक्षिका ही कार्यरत
🧨 अब सवाल उठते हैं:
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हॉस्टल में छात्राओं की सुरक्षा व्यवस्था क्या सिर्फ नाम मात्र की है?
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यदि आत्महत्या है, तो क्यों?
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यदि हादसा या अपराध है, तो कैसे छुपा रहा है सिस्टम?

Author: Deepak Mittal
