निर्मल अग्रवाल ब्यूरो प्रमुख मुंगेली 8959931111
मुंगेली — धर्म, भक्ति और लोकआस्था के केंद्र श्रीराम जानकी मंदिर सेतगंगा में इस वर्ष भी परंपरा का पालन करते हुए दो दिवसीय अखंड श्रीराम नाम संकीर्तन का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन वर्षों से ग्रामवासियों की आस्था और श्रद्धा का प्रतीक बन चुका है, जो भक्तों को प्रभु श्रीराम के नाम में लीन होकर अध्यात्मिक उन्नति का मार्ग प्रदान करता है।
इस आयोजन की खास बात यह है कि इसमें निरंतर श्रीराम नाम का उच्चारण 24 घंटे तक किया जाता है, जिससे पूरे ग्राम का वातावरण राममय हो जाता है। आयोजन में आसपास के ग्रामों से भी कीर्तन मंडलियाँ भाग लेंगी, जो श्रीराम भक्ति के संकीर्तन से श्रद्धालुओं को भावविभोर करेंगी।
कार्यक्रम विवरण 31 जुलाई (गुरुवार)
समय: शाम 04 बजे से 01 अगस्त (शुक्रवार) तक होगी। शाम 04 बजे तक दो दिवसीय संकीर्तन में संपूर्ण ग्रामवासियों के सहयोग से भक्ति भाव के साथ राम नाम का जाप किया जाएगा। आयोजन स्थल को सुंदरता से सजाया जाएगा, और मंदिर परिसर दीपों से आलोकित रहेगा। संकीर्तन के दौरान भगवान श्रीराम, माता जानकी और भक्त हनुमान की भव्य झांकियाँ भी सजाई जाएंगी।

इस पावन अवसर पर महंत राधेश्याम दास जी एवं समस्त ग्रामवासी सेतंगंगा ने क्षेत्रवासियों, श्रद्धालुओं एवं भक्ति मंडलियों से अनुरोध किया है कि वे आयोजन में सपरिवार एवं मंडली सहित सम्मिलित होकर अपनी सहभागिता निभाएं और पुण्य लाभ प्राप्त करें।
“श्रीराम जय राम जय जय राम” की दिव्य ध्वनि से सेतंगंगा की धरती गुंजायमान होगी और भक्तों को एक विशेष आध्यात्मिक ऊर्जा की अनुभूति होगी। यह आयोजन ना केवल धार्मिक वातावरण को सशक्त बनाता है, बल्कि ग्रामवासियों के बीच सहयोग और समरसता का भाव भी गहरा करता है।
आयोजक श्रीराम जानकी मंदिर, सेतगंगा महंत राधेश्याम दास जी
समस्त ग्रामवासी द्वारा श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद व भंडारा की व्यवस्था, रात्रि विश्राम हेतु पंचायत भवन एवं परिसर में सुविधा, कीर्तन मंडलियों के लिए अलग मंच दिया जाएगा। यह आयोजन एक अवसर है प्रभु श्रीराम के चरणों में समर्पित होने का, भक्ति में लीन होने का और अपने जीवन को धन्य बनाने का विशेष अवसर मिला है।
सेतंगंगा के इस पारंपरिक अखंड नाम संकीर्तन में हर वर्ष की तरह इस बार भी हजारों श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। आयोजकों की ओर से सभी धर्मप्रेमियों से अपील की गई है कि वे निर्धारित समय पर पहुँचकर इस दिव्य संकीर्तन में सहभागी बनें।
