निर्मल अग्रवाल ब्यूरो प्रमुख मुंगेली 8959931111
मुंगेली, 6 अक्टूबर 2025: पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल (भा.पु.से.) के निर्देशन में थाना सरगांव पुलिस ने चोरी के एक मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। आरोपी संजय पटेल ने सरगांव के गैस गोदाम से टाटा मैजिक वाहन चुराने के साथ-साथ भिलाई से एक होण्डा साइन मोटरसाइकिल चोरी करने की बात कबूल की। कुल 2.80 लाख रुपये कीमत की दोनों वाहन आरोपी के कब्जे से जब्त कर लिए गए, और उसे न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया।
घटना 4 अक्टूबर 2025 के रात की है। प्रार्थी नंदू साहू (उम्र 32 वर्ष, पिता सगुन साहू, निवासी सांवा, थाना सरगांव, जिला मुंगेली) ने दैनिक गैस डिलीवरी के बाद टाटा मैजिक गोल्ड (क्रमांक सीजी-12-बीडी-8335) को गोदाम के अंदर ऑफिस के सामने खड़ा किया। मुख्य द्वार पर ताला लगाकर वह घर लौट आए। रात करीब 9 बजे मछली पकड़ने के लिए गांव के नाले में जाल लगाने गए। लगभग 12:30 बजे नाले से पथरिया मोड़ की ओर मोटरसाइकिल पर राजश्री गुटखा लेने जाते हुए उन्होंने गोदाम का मुख्य द्वार खुला पाया। जांच करने पर ताला गायब था और वाहन लापता था। संदेहास्पद स्थिति देखकर नंदू साहू ने तुरंत थाना सरगांव में रिपोर्ट दर्ज कराई, जिस पर अपराध क्रमांक 147/2025 धारा 305(ए), 332 बीएनएस के तहत मामला पंजीकृत किया गया। चोरी की घटना होने पर मुंगेली पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवनीत कौर छाबड़ा और अनुविभागीय अधिकारी नवनीत पाटिल के मार्गदर्शन में थाना सरगांव की टीम ने आरोपी और चोरी वाहन की सघन तलाश शुरू की। मुखबिर सूचना से पता चला कि बैतलपुर अंडर ब्रिज के पास एक व्यक्ति टाटा मैजिक पर होण्डा साइन मोटरसाइकिल लादे संदिग्ध अवस्था में खड़ा है। सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपी संजय पटेल (उम्र 43 वर्ष, पिता स्व. ईतवारी, निवासी बिरकोना, थाना कोनी, जिला बिलासपुर) को गिरफ्तार किया।थाने में पूछताछ के दौरान आरोपी ने टाटा मैजिक (कीमत 2.50 लाख रुपये) चुराने और भिलाई से होण्डा साइन (क्रमांक सीजी-07-एई-3321, कीमत 30,000 रुपये) चोरी करने की स्वीकारोक्ति दी। सबूत के आधार पर दोनों वाहनों को जब्त किया गया। आरोपी के खिलाफ धारा 305(ए), 332 बीएनएस के तहत कार्रवाई पूरी कर 6 अक्टूबर 2025 को न्यायिक रिमांड पर पेश किया गया।
*इनकी रही सराहनीय भूमिका*
इस अभियान में थाना प्रभारी उपनिरीक्षक संतोष शर्मा, प्रधान आरक्षक अशोक कौशिक, नरेश यादव, आरक्षक भेषज पांडेकर और सुरज धुरी की भूमिका सराहनीय रही। स्थानीय निवासियों में इस कार्रवाई से सुरक्षा की भावना मजबूत हुई है।

Author: Deepak Mittal
