आरंग। मंदिरों व धार्मिक नगरी के नाम से प्रख्यात नगर आरंग में दुर्गोत्सव को बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया जाता है। नगर के विभिन्न चौक चौराहों पर मां दुर्गा की आकर्षक प्रतिमाएं स्थापित किया जाता है।

नौ दिनों तक माता दुर्गा की विशेष रूप से सेवा उपासना आराधना किया जाता है।

देवी पंडालों को बहुत ही आकर्षक ढंग से रोशनी से सजाया जाता है। नवरात्र भर श्रद्धालु माता सेवा और जस गीत में लीन होकर लोहे का सांग लेकर नाचते झूमते है।

जगह-जगह ज्योत जंवारा का आयोजन किया जाता है।माता दुर्गा में 56 भोग का प्रसाद चढ़ाया जाता है।




कन्या भोज कराया जाता है। वहीं नगर के सिद्ध शक्तिपीठ मां महामाया, माता शीतला, माता कंकाली ,माता चंडी, समिया माता, माता खल्लारी, माता दंतेश्वरी, माता सत बहिनिया , माता बाला त्रिपुरा सहित अनेक जगह पर सैकड़ों की संख्या में भक्तगण मनोकामना ज्योति प्रज्वलित करते हैं।दूर दूर से श्रद्धालु यहां मंदिरों में दर्शन के लिए पहुंचकर मत्था टेककर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

इस तरह नौ दिनों तक संपूर्ण नगर व क्षेत्र वासी मां दुर्गा की पूजा ,सेवा, आराधना और उपासना और भक्ति में मग्न रहते है।

(संकलनकर्ता रोशन चंद्राकर)
