50 लाख से अधिक का पटाखों का व्यापार हुआ दल्लीराजहरा शहर में
सुबह से ही बाजारों में उमड़ी भीड़, सड़कों पर पैर रखने की जगह नहीं
दल्लीराजहरा। धनतेरस पर्व के अवसर पर शनिवार को शहर का बाजार रोशनी और रौनक से जगमगा उठा। तड़के सुबह से ही खरीदारों की भीड़ बाजारों में उमड़ पड़ी। लोगों ने परंपरागत रूप से सोना, चांदी, बर्तन, वाहन और इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं खरीदीं। शहर की मुख्य सड़कें और बाजार क्षेत्र शाम तक लोगों से खचाखच भरे रहे। जगह-जगह पर वाहनों की कतारें और रौनक का माहौल देखने लायक था।
ज्वेलरी और बर्तन दुकानों में रही सबसे ज्यादा रौनक
धनतेरस के शुभ अवसर पर ज्वेलरी दुकानों में ग्राहकों की लंबी कतारें लगी रहीं। सोने-चांदी के सिक्के, झुमके, मंगलसूत्र और अन्य आभूषणों की भारी बिक्री हुई।
वहीं बर्तन दुकानों में भी खरीददारों की भीड़ देखते ही बन रही थी — हर कोई पीतल, स्टील और चांदी के बर्तन खरीदकर शुभ लाभ की परंपरा निभाता दिखा। दुकानदारों ने बताया कि पिछले वर्षों की तुलना में इस बार बिक्री में 20 से 25 प्रतिशत तक की वृद्धि दर्ज की गई है।

जीएसटी कम होने की वजह से ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक शोरूम में भी बिक्री के नए रिकॉर्ड
जीएसटी कम होने की वजह से गाड़ियों के दर कम हुए इस कारण दल्लीराजहरा शहर के ऑटोमोबाइल शोरूमों में भी ग्राहकों की भीड़ सुबह से ही देखी गई। कई लोगों ने दोपहिया और चारपहिया वाहनों की बुकिंग कर इस शुभ दिन को यादगार बना लिया।
इसी तरह इलेक्ट्रॉनिक दुकानों में भी एलईडी टीवी, रेफ्रिजरेटर, वॉशिंग मशीन, और मोबाइल की जमकर बिक्री हुई। व्यापारियों ने बताया कि धनतेरस पर अबतक का सर्वश्रेष्ठ कारोबार इस वर्ष हुआ है।

पटाखों और मिठाई की दुकानों में उमड़ी भीड़
बच्चों और युवाओं में उत्साह देखते ही बन रहा था। पटाखा बाजारों में रौनक पूरे दिन छाई रही। मिठाई की दुकानों में भी ग्राहकों की भीड़ लगी रही — हर कोई शुभ अवसर पर अपने परिवार और मित्रों के लिए लड्डू, पेड़ा और काजू कतली की खरीदारी करता दिखा।
कपड़ा, किराना और सजावटी वस्तुओं की बिक्री भी चरम पर
कपड़ा बाजार में दीपावली के नए वस्त्रों की खरीदारी के लिए महिलाओं और युवतियों की भीड़ नजर आई। सजावटी वस्तुओं, झालर, दीपक, गणेश-लक्ष्मी प्रतिमाओं की बिक्री भी शानदार रही। किराना बाजार में भी आवश्यक वस्तुओं की खपत दोगुनी रही।
दल्लीराजहरा में हुआ करोड़ों का कारोबार — व्यापारी खुश, ग्राहक संतुष्ट
स्थानीय व्यापारियों के अनुसार, धनतेरस के दिन दल्लीराजहरा शहर में अनुमानित 10 से 12 करोड़ रुपये से अधिक का व्यापार हुआ। व्यापारी वर्ग ने कहा कि लंबे समय बाद ऐसा उत्साहपूर्ण माहौल देखने को मिला है।
ग्राहकों ने भी कहा कि इस बार महंगाई के बावजूद त्योहार की चमक पर कोई असर नहीं पड़ा — सबके चेहरों पर उत्साह और विश्वास की चमक दिखाई दी।
“धन की वर्षा से चमका दल्लीराजहरा”
धनतेरस पर्व ने दल्लीराजहरा शहर की अर्थव्यवस्था में नई ऊर्जा भर दी है। बाजारों में आई यह चहल-पहल आगामी दीपावली तक जारी रहने की उम्मीद है। व्यापारी वर्ग के चेहरे पर मुस्कान और ग्राहकों के चेहरों पर संतोष — यही दर्शाता है कि इस बार सचमुच धन की वर्षा हुई है।


Author: Deepak Mittal
