International Desk: दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने रविवार को द्विपक्षीय वार्ता के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से हल्के-फुल्के अंदाज में कहा “आपको हमें बताना चाहिए था कि यह (जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी) इतना मुश्किल काम है, शायद हम भाग जाते।” दक्षिण अफ्रीका, अफ्रीका में आयोजित हो रहे पहले जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है।
भारत-दक्षिण अफ्रीका प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में अपने उद्घाटन भाषण में, राष्ट्रपति रामफोसा ने जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन की मेजबानी में भारत के सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। रामफोसा ने हल्के फुल्के अंदाज में कहा, “जी-20 की मेजबानी में दक्षिण अफ्रीका को भारत द्वारा दिए गए सहयोग के लिए धन्यवाद…आपको हमें बताना चाहिए था कि यह इतना कठिन काम है, शायद हम भाग जाते।” मोदी और वहां मौजूद अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उनकी इस टिप्पणी पर हंस पड़े।
Thank for the support India gave to South Africa in hosting the G20. You should have told us, it is such a difficult task, maybe we would have run away, South Africa Prez Cyril Ramaphosa tells PM Modi pic.twitter.com/IlnhsrL2ge
— Sidhant Sibal (@sidhant) November 23, 2025
रामफोसा ने कहा कि उनके देश ने जी-20 की मेजबानी के बारे में भारत से बहुत कुछ सीखा है। रामफोसा ने कहा, “जी-20 की आपकी मेज़बानी से हमें बहुत कुछ सीखने को मिला…आपकी मेजबानी शानदार रही…हमारी मेज़बानी वाकई बहुत छोटी है।” इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने तुरंत जवाब दिया, “छोटा हमेशा खूबसूरत होता है।” भारत ने सितंबर 2023 में भारत मंडपम में 18वें जी-20 की मेज़बानी की थी। शिखर सम्मेलन से पहले भारत मंडपम का अनावरण किया गया था। 2023 में भारत की अध्यक्षता के दौरान अफ्रीकी संघ जी-20 का सदस्य बना।
Author: Deepak Mittal









