गौतम बाल बोंदरे / लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए केन्द्रीय विद्यालय बिलासपुर में दिनांक 28 से 30 अक्टूबर तक राष्ट्रीय एकता सप्ताह पूर्ण हर्षोल्लास से मनाया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य अर्चना मर्सकोले ने सरदार पटेल के तैलचित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्जवलन के साथ किया। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल को लौह पुरूष कहा जाता है क्योंकि उनकी दूरदर्शिता, बुद्धि कौशल, अदम्य साहस एवं अनवरत प्रयास से उन्होंने रजवाडों में विभक्त भारत को एकीकृत करके आधुनिक भारत का नवनिर्माण किया था। इस अवसर पर सभी शिक्षकों एवं विद्यार्थियों द्वारा एकता शपथ लिया गया। देश के भविष्य नवनिहाल द्वितीय दिवस पर प्रतिष्ठा एवं ज्योति ने अपने संभाषण में सरदार पटेल द्वारा भारत के पुनर्निर्माण में योगदान को रेखांकित किया। शिक्षक रणवीर सिंह ने अपने उद्बोधन में सरदार पटेल के अथक प्रयासों की सराहना की। तृतीय दिवस पर कक्षा छठवीं के विद्यार्थी निहाल बोस ने सरदार पटेल की भूमिका,उनकी वेशभूषा में आकर सबसे राष्ट्र निर्माण का आह्वान किया। इस दिन राष्ट्रीय एकता दौड़ आयोजित की गई। विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक इसमें सहभागिता दी। “एक बनेंगे- नेक बनेंगे” एवं “एकता में जो बल है- वही सबसे प्रबल है” के जयघोष से आकाश गुंजित हो रहा था।
केन्द्रीय विद्यालय में मनाया गया राष्ट्रीय एकता दिवस
विद्यालय के सभी शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक इस आयोजन को संपन्न कराने में सहयोग दिया। कार्यक्रम के सफलतापूर्वक आयोजन पर कार्यक्रम प्रभारी सुनील पाण्डेय ने सबके प्रति आभार व्यक्त किया।

Author: Deepak Mittal
