NACH 3.0: नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने हाल ही में एक सर्कुलर जारी कर बताया है कि NACH सिस्टम को जुलाई 2025 के पहले हफ्ते से बड़ा अपडेट मिलने जा रहा है।
इस नए वर्जन को NACH 3.0 कहा जाएगा।
इस अपग्रेड के बाद सैलरी, सब्सिडी, पेंशन और अन्य बैंक ट्रांसफर पहले से तेज, सुरक्षित और भरोसेमंद तरीके से होंगे। इसका मतलब है कि लोगों को अब पेमेंट्स के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा, और सरकारी लाभ या वेतन जैसी रकम समय पर और बिना रुकावट के उनके अकाउंट में पहुंच जाएगी।
एनपीसीआई ने दी ये जानकारी
NACH 3.0 के जरिए ऑटो-डेबिट, EMI कटौती, इंश्योरेंस प्रीमियम और यूटिलिटी बिल पेमेंट्स भी ज्यादा बेहतर और रियल टाइम के करीब होंगे। NPCI का कहना है कि यह नया सिस्टम डिजिटल इंडिया मिशन को और मजबूती देगा।
जो लोग NACH के बारे में नहीं जानते, उनके लिए बता दें कि NACH का मतलब है नेशनल ऑटोमेटेड क्लियरिंग हाउस। यह एक ऐसा डिजिटल सिस्टम है जो भारत में बैंकों के बीच लेनदेन को आसान और ऑटोमैटिक तरीके से करता है।
इसकी मदद से हर महीने की सैलरी, पेंशन, सब्सिडी, लोन की EMI, म्यूचुअल फंड की SIP और दूसरी नियमित पेमेंट बिना रुकावट के अपने-आप हो जाती हैं। यह वही सिस्टम है जिससे Netflix, Amazon Prime जैसी सर्विस की ऑटो पेमेंट भी कटती है। NACH हमारे रोजमर्रा के कई जरूरी पैसों के लेनदेन को समय पर और आसानी से पूरा करता है।
पेमेंट प्रोसेसिंग होगी तेज
Freo के को-फाउंडर और सीईओ कुणाल वर्मा के अनुसार, NACH 3.0 की शुरुआत सैलरी, EMI और SIP जैसे रेकरिंग पेमेंट्स को आसान और तेज बनाने की दिशा में एक अहम कदम है। इसके जरिए प्रोसेसिंग में तेजी और डिले की संभावना कम होने से न सिर्फ ग्राहकों को फायदा होगा, बल्कि बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों के लिए भी कामकाज अधिक बेहतर हो सकेगा। उन्होंने कहा कि यह नया वर्जन ऑटोमैटिक पेमेंट सिस्टम की विश्वसनीयता को भी मजबूत करता है, जो आज के समय में बेहद जरूरी है क्योंकि बड़ी संख्या में लोग समय पर डिजिटल ट्रांजैक्शन पर निर्भर हो चुके हैं। NACH 3.0 का रोलआउट डिजिटल पेमेंट प्रोसेस को एक नई मजबूती देगा।
NACH 3.0 में क्या बदलाव होने वाले हैं?
NACH 3.0 में अब ग्राफिकल यूजर इंटरफेस को नए सिक्योरिटी स्टैंडर्ड्स के हिसाब से अपडेट किया गया है, जिससे यूजर को ज्यादा सुरक्षित और बेहतर अनुभव मिलेगा। ये नया सिस्टम बड़ी संख्या में फाइलों को तेज और ज्यादा प्रभावी तरीके से प्रोसेस कर सकेगा, जिससे ट्रांजैक्शंस में देरी नहीं होगी। इसके साथ ही अब बैंक एक ही स्क्रीन पर जरूरी सभी जानकारी देख पाएंगे। इससे डेटा मॉनिटर करना और एक्सेस करना पहले से ज्यादा आसान हो जाएगा।
इसके अलावा बैंकों को अब एक अपग्रेडेड डैशबोर्ड मिलेगा, जिसकी मदद से वे यह ट्रैक कर सकेंगे कि कौन-सी फाइल भेजी गई है और कौन-सी रिसीव हुई है। अब यूजर्स खुद ही अपना अकाउंट बना सकेंगे और पासवर्ड रीसेट कर सकेंगे, इसके लिए उन्हें बैंक से मदद लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
NACH 3.0 में मिलेगी सुरक्षा
ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक, NPCI ने जानकारी दी है कि NACH 3.0 में सिस्टम को पहले से ज्यादा सुरक्षित और भरोसेमंद बनाने के लिए कई नए एडवांस सिक्योरिटी स्टैंडर्ड्स लागू किए गए हैं। इसमें डाटा की सुरक्षा सुनिश्चित करना, हर ट्रांजैक्शन पर नजर रखना और unknown एक्सेस को रोकना भी शामिल है।
