“पहल” जागरूकता अभियान से 32 हजार से अधिक बच्चों को किया गया जागरूक, जिले को मिला “ध्रुवतारा” स्वरूप
निर्मल अग्रवाल, ब्यूरो चीफ मुंगेली (8959931111)
मुंगेली। पुलिस अधीक्षक भोजराज पटेल के निर्देशन में चल रहे जागरूकता अभियान “पहल” ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। इस अभियान के तहत जिले के 32,000 से अधिक बच्चों को साइबर सुरक्षा, अपराध नियंत्रण, सामाजिक बुराइयों, नशे से बचाव और महिला सुरक्षा जैसे मुद्दों पर जागरूक किया गया।


इस अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पुलिस अधिकारियों और पत्रकारों को सम्मानित करने हेतु एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
मुख्य अतिथि : चेतना देसाई (चाइल्ड प्रोटेक्शन स्पेशलिस्ट, यूनिसेफ रायपुर)
अध्यक्ष : भोजराज पटेल (पुलिस अधीक्षक, मुंगेली)

विशिष्ट अतिथि : एडीएम निष्ठा पांडेय, समाजसेवी शैलजा स्वामी
समारोह में जिले के अधिकारी, कर्मचारी और पत्रकार बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
अभियान की विशेषताएं
अभियान “पहल” के अंतर्गत बच्चों व नागरिकों को

साइबर सिक्योरिटी व 1930 जैसे हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी
मोबाइल एवं ऑनलाइन बैंकिंग फ्रॉड से बचाव

महिलाओं और बच्चों से संबंधित अपराधों के प्रति सतर्कता
समाज में व्याप्त कुप्रथाओं व नशे के दुष्प्रभावों से मुक्ति
जैसे विषयों पर जागरूक किया गया।
पुलिस अधीक्षक भोजराज पटेल ने अपने संदेश में कहा कि समय का महत्व समझकर ईमानदारी व मेहनत से कार्य करना चाहिए। उन्होंने मोबाइल के सही उपयोग और सतर्कता पर विशेष बल दिया।
चेतना देसाई (यूनिसेफ) ने “पहल” अभियान की सराहना करते हुए पुलिस अधिकारियों के प्रयासों की प्रशंसा की और इसे निरंतर जारी रखने पर बल दिया।
समारोह में पुलिस अधिकारियों को उनके उल्लेखनीय कार्य के लिए स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए। पत्रकारों को भी सामाजिक बुराइयों और अपराध नियंत्रण में मीडिया की भूमिका हेतु विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
“पहल” अभियान की परिभाषा
‘प’ : पुलिस, पराकाष्ठा और प्रेरणा — नशे व अपराधों से जागरूकता की पहली सीढ़ी।
‘ह’ : हमेशा सतर्क, हर कदम पर सजग रहकर समाज को सुरक्षित बनाने का संकल्प।
‘ल’ : लक्ष्य साधने और विकारों से लड़ने की प्रेरणा।

Author: Deepak Mittal
