नारायणपुर में 20 से अधिक नक्सलियों ने डाले हथियार — पुलिस और फोर्स के सामने किया आत्मसमर्पण, शांति की राह पर लौटे
अंतागढ़ क्षेत्र में हुआ सामूहिक सरेंडर, राज्य सरकार ने पुनर्वास और सुरक्षा की दी गारंटी
नारायणपुर। छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद पर कसा शिकंजा अब रंग दिखाने लगा है। जिले के अंतागढ़ क्षेत्र में सक्रिय 20 से अधिक नक्सलियों ने पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण (Surrender) कर दिया। नक्सलियों ने अपने पास मौजूद हथियारों और विस्फोटक सामग्री को भी सुरक्षा बलों के हवाले कर दिया।
अधिकारियों के अनुसार, यह सामूहिक सरेंडर लंबे समय से चल रही सुरक्षा और पुनर्वास नीति का परिणाम है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने सभी सरेंडर करने वाले नक्सलियों का स्वागत किया और उन्हें राज्य सरकार के पुनर्वास कार्यक्रम के तहत शामिल करने की प्रक्रिया शुरू की।
राज्य सरकार की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि जो भी नक्सली आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटना चाहते हैं, उन्हें कानूनी सुरक्षा, रोज़गार सहायता और पुनर्वास सुविधाएँ प्रदान की जाएंगी।
पिछले कुछ महीनों से नारायणपुर, कामतेड़ा और आसपास के इलाकों में लगातार नक्सलियों के आत्मसमर्पण के मामले सामने आ रहे हैं। यह इस बात का संकेत है कि नक्सली गतिविधियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की रणनीति कारगर साबित हो रही है और जंगलों में अब धीरे-धीरे शांति का माहौल बन रहा है।
स्थानीय ग्रामीणों ने भी इस कदम का स्वागत किया है। उनका कहना है कि नक्सलियों के आत्मसमर्पण से अब गांवों में विकास और स्थायी शांति की राह खुलेगी।
Author: Deepak Mittal









