यूपी के बहराइच में आदमखोर भेड़ियों का कहर, मां के पास से मासूम को उठा ले गया भेड़िया

Picture of Deepak Mittal

Deepak Mittal

बहराइच: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में आदमखोर भेड़ियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। गांवों में डर का माहौल ऐसा है कि लोग अब न दिन में चैन से रह पा रहे हैं और न ही रात में। हालात यह हैं कि अभिभावक अपने बच्चों को अकेला बाहर भेजने से कतरा रहे हैं।

मां के पास से बच्ची को उठा ले गया भेड़िया

बीती रात कैसरगंज क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। एक साल की मासूम बच्ची अपनी मां के पास मौजूद थी, तभी अचानक आदमखोर भेड़िया उसे उठाकर ले गया। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही वन विभाग और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं और रात से ही सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया।

आंगन में खेल रही बच्ची पर हमला

कैसरगंज के गोड़हिया नंबर दो गांव में देर शाम एक और खौफनाक वारदात हुई। घर के आंगन में खेल रही तीन साल की बच्ची पर भेड़िए ने हमला कर दिया और उसे मुंह में दबाकर भाग गया। परिजनों के शोर मचाने और पीछा करने पर भेड़िया करीब 300 मीटर दूर झाड़ियों में बच्ची को घायल हालत में छोड़कर फरार हो गया। बच्ची को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज जारी है। घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है।

एक हफ्ते पहले भी गई थी मासूम की जान

इससे पहले गोड़हिया नंबर चार के मजरा जरूआ गांव में रात करीब तीन बजे रामकुमार की एक वर्षीय बेटी आरवी को भेड़िया उठा ले गया था। बच्ची अपनी मां के साथ बरामदे में सो रही थी। भेड़िया उसे मुंह में दबाकर गन्ने के खेत की ओर ले गया, जहां उसकी मौत हो गई।

कोहरा और ऊंची फसल बनी तलाश में बाधा

प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) डॉ. राम सिंह यादव के अनुसार, रात साढ़े तीन बजे सूचना मिलते ही सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया, लेकिन घना कोहरा और गन्ने की ऊंची फसल बड़ी बाधा बनी। रात में ड्रोन कैमरों से भी तलाश में दिक्कत आई। दिन निकलते ही दोबारा कांबिंग ऑपरेशन तेज कर दिया गया है और आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने या मार गिराने की कोशिशें जारी हैं।

तीन महीनों में 11 मौतें, 33 घायल

बहराइच जिले में 10 सितंबर से अब तक भेड़ियों के हमलों में नौ मासूम बच्चों और एक बुजुर्ग दंपती समेत कुल 11 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 33 लोग घायल हुए हैं। वन विभाग का दावा है कि अब तक चार भेड़ियों को मार गिराया गया है, लेकिन बचे हुए भेड़िए लगातार नई घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। 28 और 29 नवंबर को भी दो मासूम बच्चे इनका शिकार बने थे।

ग्रामीणों में आक्रोश, स्थायी समाधान की मांग

लगातार हो रही घटनाओं से ग्रामीणों में भय और आक्रोश दोनों है। लोग वन विभाग और प्रशासन से स्थायी समाधान की मांग कर रहे हैं। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने, बच्चों को अकेला न छोड़ने और रात में सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है।

बहराइच में आदमखोर भेड़ियों का यह आतंक प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुका है, जहां हर गुजरता दिन नई अनहोनी की आशंका के साथ बीत रहा है।

Deepak Mittal
Author: Deepak Mittal

Leave a Comment

Leave a Comment