लातूर जिले में पिछले दो दिनों से हो रही मूसलधार बारिश ने शहर की हालत बेहाल कर दी है. पानी इतना ज्यादा बरसा कि सड़कों ने नदियों का रूप ले लिया. हालत यह रही कि कई गाड़ियां बहाव में तिनके की तरह बहने लगीं.
सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें दिख रहा है कि लोग गाड़ियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं.
हालांकि इस मुश्किल घड़ी में स्थानीय युवाओं ने बहादुरी की मिसाल पेश की. कई जगहों पर उन्होंने रस्सियों और डंडों की मदद से बह रही गाड़ियों और बाइक को बचाया. लोग एक-दूसरे का सहारा बनते नजर आए.
दुकानों में घुसा पानी, व्यापारियों को भारी नुकसान
बारिश का पानी सड़कों से होते हुए दुकानों तक पहुंच गया. कपड़े, किराना और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी कई दुकानों में पानी भर गया. व्यापारियों का कहना है कि लाखों रुपये का माल खराब हो गया. हर साल यही हाल होता है, लेकिन इस बार नुकसान बहुत ज्यादा हुआ है.
नगर निगम पर लापरवाही का आरोप
लोगों का गुस्सा नगर निगम पर फूटा है. नागरिकों का कहना है कि जलनिकासी की व्यवस्था हर साल सिर्फ कागजों में ही की जाती है, जमीन पर कुछ नहीं होता. नतीजा यह है कि जैसे ही तेज बारिश होती है, पूरा शहर पानी में डूब जाता है.
स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि “हम टैक्स भरते हैं, लेकिन बदले में हमें सिर्फ परेशानी मिलती है,”
लोग अब प्रशासन की ओर राहत की उम्मीद लगाए बैठे हैं. घरों और दुकानों में जमा पानी निकालना, सड़कों को दुरुस्त करना और नागरिकों को सुरक्षित ठिकानों तक पहुंचाना प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती है.
लोगों का सवाल ये है कि क्या इस बार सरकार और प्रशासन से कोई ठोस कदम उठाया जाएगा, या फिर लातूर के लोगों को अगले साल भी इसी मुसीबत का सामना करना पड़ेगा.

Author: Deepak Mittal
