गरियाबंद।
एक साल पुराना हादसा, कट चुका है एक कान, और अब ट्रैक्टर चालक ने कर दिया PDS राशन से भरे ट्रक को बंधक! गरियाबंद जिले के घुमरा पदर में ट्रैक्टर चालक जितेंद्र नागेश ने ट्रांसपोर्टर से इलाज में खर्च हुए 83 हजार रुपये की भरपाई की मांग को लेकर राशन ट्रक को रोक लिया और बैरंग लौटा दिया।
क्या है पूरा मामला?
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20 सितंबर 2024 को ट्रक की टक्कर से पलटा ट्रैक्टर
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चालक जितेंद्र नागेश गंभीर रूप से घायल, एक कान चला गया, सिर में टांके लगे
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इलाज में ढाई लाख से ज्यादा खर्च, आयुष्मान और सरकारी मद से राहत के बावजूद 83 हजार घर से खर्च
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ट्रांसपोर्टर ने स्टांप पेपर पर भरपाई का किया था वादा, लेकिन रुपया नहीं दिया
अब क्या हुआ?
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1 साल बाद, ट्रांसपोर्टर की वही गाड़ी जब गांव में राशन लेकर आई, तो
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जितेंद्र ने ट्रक को राशन खाली किए बिना रोक लिया
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शाम 7 बजे से लेकर पूरी रात ट्रक की रखवाली की
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ट्रक चालक और हमाल लौटाए गए खाली हाथ
गांव और समाज साथ में
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पंडरा माली समाज और ग्रामीणों का समर्थन
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“जब तक 83 हजार नहीं मिलेंगे, ट्रक नहीं छोड़ा जाएगा” – जितेंद्र नागेश
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ट्रांसपोर्टर के एजेंट ने समझाने की कोशिश की, लेकिन असफल
ट्रांसपोर्टर क्या कहता है?
“सारा खर्च आयुष्मान कार्ड से हुआ, बाकी की भरपाई भी कर दी गई है। ट्रक बंधक की सूचना विभाग को दी गई है।”
– जज कुमार सिन्हा, ट्रांसपोर्ट प्रतिनिधि
अब सवाल ये है…
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अगर स्टांप पेपर पर समझौता हुआ था, तो वादा क्यों नहीं निभाया गया?
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गरीब ट्रैक्टर चालक को 1 साल से क्यों किया जा रहा है टालमटोल?
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क्या प्रशासन इस बंधक ट्रक विवाद में निष्पक्ष कार्रवाई करेगा?

Author: Deepak Mittal
