बहुचर्चित भारतमाला परियोजना के तहत जमीन अधिग्रहण घोटाले में एक और बड़ी कार्रवाई की गई है। अभनपुर के तत्कालीन तहसीलदार और वर्तमान में कोरबा में पदस्थ डिप्टी कलेक्टर शशिकांत कुर्रे को राज्य सरकार ने निलंबित कर दिया है।
इससे पहले, मंगलवार को इस मामले में तत्कालीन सक्षम भू-अर्जन अधिकारी निर्भय साहू को निलंबित किया गया था। रायपुर-विशाखापट्टनम सिक्स लेन ग्रीन कॉरिडोर परियोजना में 324 करोड़ रुपये के मुआवजा घोटाले में शशिकांत कुर्रे को मास्टरमाइंड बताया गया है। रायपुर कलेक्टर की रिपोर्ट के अनुसार, तहसीलदार रहते हुए उन्होंने घोटाले को अंजाम दिया।

गौरतलब है कि शशिकांत कुर्रे को 2021 में प्रमोशन देकर डिप्टी कलेक्टर बना दिया गया था। वहीं, 326 करोड़ रुपये के इस घोटाले में अब तक किसी भी अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की गई है, जिससे प्रशासनिक स्तर पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
