छग प्रगतिशील पेंशनर कल्याण संघ के 11 पदाधिकारी रहे शामिल
जे.के. मिश्र
जिला ब्यूरो चीफ, नवभारत टाइम्स 24×7, बिलासपुर
नई दिल्ली/बिलासपुर। अखिल भारतीय राज्य सरकारी पेंशनर्स फेडरेशन के आवाह्न पर 17 सितंबर 2025 को राजधानी दिल्ली के जंतर मंतर में एक दिवसीय महा धरना आयोजित किया गया। इसमें छत्तीसगढ़ प्रगतिशील पेंशनर कल्याण संघ (5969) से प्रदेश अध्यक्ष आर.के. थवाईत सहित 11 पदाधिकारी सक्रिय रूप से शामिल हुए।

धरने में प्रदेश अध्यक्ष आर.के. थवाईत के साथ महामंत्री सुंदर सिंह ठाकुर, सचिव अशोक राठौर, अंबिकापुर संभाग से सर्व पवनसाय, भुलन भगत, शिवचरन राम, महंत शंकर, मंगलसाय राम और लक्ष्मी प्रसाद निकुंज शामिल रहे।
इस महा धरने में पेंशनरों की सात सूत्रीय प्रमुख मांगें रखी गईं, जिनमें शामिल हैं–

1. लोकसभा में पारित वित्त विधेयक को वापस लिया जाए तथा आठवें वेतन आयोग का गठन हो।
2. पुरानी पेंशन नीति लागू रहे और PFRDA वापस लिया जाए।
3. कोम्यूट की गई राशि की कटौती अधिकतम 11 वर्षों तक ही सीमित की जाए।
4. रोका गया महंगाई भत्ता सभी राज्यों के पेंशनरों को दिया जाए।
5. 65 और 75 वर्ष की आयु पर क्रमशः 10% एवं 20% वेतन वृद्धि लागू की जाए।
6. सेवानिवृत्त कर्मचारियों को बिना शर्त मुफ्त इलाज उपलब्ध हो तथा ₹5000 मासिक स्वास्थ्य भत्ता दिया जाए।
7. प्रत्येक पेंशनर को न्यूनतम ₹20,000 पेंशन सुनिश्चित की जाए।
साथ ही, वरिष्ठ नागरिकों के लिए रेल व हवाई यात्रा में रियायती किराया पुनः लागू करने, मजदूर विरोधी श्रम कानून वापस लेने और किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य देने जैसी मांगें भी उठाई गईं।
धरने को संबोधित करते हुए छग प्रगतिशील पेंशनर कल्याण संघ के प्रदेश अध्यक्ष आर.के. थवाईत ने कहा कि पेंशनरों की ये समस्याएं लंबे समय से लंबित हैं और इन्हें शीघ्र ही हल किया जाना चाहिए।
अगले दिन 18 सितंबर को फरीदाबाद स्थित सुकोमल सेन भवन में अखिल भारतीय राज्य सरकारी पेंशनर्स फेडरेशन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में भी छग प्रगतिशील पेंशनर कल्याण संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने पेंशनरों की मांगों पर अपना पक्ष रखा।
महामंत्री सुंदर सिंह ठाकुर ने बताया कि यह छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आयोजित महा धरना और राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में प्रदेश अध्यक्ष श्री आर.के. थवाईत को राष्ट्रीय स्तर पर अपनी बात रखने का अवसर मिला।

Author: Deepak Mittal
