गुजरात के अहमदाबाद में लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 के भयानक हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया है. इस त्रासदी में विमान में सवार सभी 241 लोगों (229 यात्री और 12 क्रू मेंबर्स) की जान चली गई जिनमें कई मार्मिक कहानियाँ भी सामने आ रही हैं.
ऐसी ही एक दिल दहला देने वाली कहानी है अर्जुन भाई की जो अपनी पत्नी की अस्थियां विसर्जित करने भारत आए थे लेकिन लौटते समय खुद ही इस दुर्घटना का शिकार हो गए.
हादसे में मारे गए अर्जुन भाई भारतीय मूल के थे. उनकी कहानी को भाजपा कार्यकर्ता जितेंद्र प्रताप सिंह ने एक ट्वीट के ज़रिए साझा किया. उन्होंने बताया कि अर्जुन भाई की पत्नी का मात्र 7 दिन पहले लंदन में देहांत हो गया था. उनकी पत्नी की आखिरी इच्छा थी कि उनकी अस्थियों को गुजरात के अमरेली जिले में उनके मायके के पैतृक गाँव में बने तालाब या नदी में प्रवाहित किया जाए.
अपनी पत्नी की यह आखिरी इच्छा पूरी करने के लिए ही अर्जुन भाई भारत आए थे. उन्होंने यह इच्छा पूरी भी कर दी लेकिन वापस लंदन लौटते समय अहमदाबाद में हुए प्लेन क्रैश में उनकी जान चली गई. अर्जुन भाई की मौत की खबर मिलते ही लंदन और भारत दोनों जगह उनके परिवार में मातम पसर गया है. परिजनों का कहना है कि शायद नियति को यही मंजूर था.
इस दुखद हादसे ने अर्जुन भाई की 8 और 4 साल की दो मासूम बेटियों को अनाथ कर दिया है. पहले माँ की मौत और अब पिता के भी चले जाने से इन बच्चियों का रो-रोकर बुरा हाल है.
गौरतलब है कि बीते दिन गुजरात के अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 क्रैश हो गई थी. फ्लाइट ने अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लंदन के लिए उड़ान भरी थी लेकिन उड़ान भरते ही विमान एयरपोर्ट के पास गिर गया.
एयर इंडिया अथॉरिटी द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार इस दुर्भाग्यपूर्ण विमान में 169 भारतीय यात्री, 53 ब्रिटिश नागरिक, 1 कनाडाई नागरिक और 7 पुर्तगाली नागरिक सवार थे. मृतकों की सूची में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का नाम भी शामिल है. यह हादसा उन सभी परिवारों के लिए एक गहरी क्षति है जिन्होंने अपनों को खोया है.
