इंदौर/शिलांग। इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी हत्याकांड में पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने बड़ा खुलासा किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, राजा की धारदार हथियार से हत्या की गई थी और उनके सिर पर गंभीर चोटों के दो गहरे निशान पाए गए हैं। यह खुलासा मामले को और भी सनसनीखेज बना रहा है, जिससे साफ होता है कि हत्या बेहद सोची-समझी साजिश के तहत की गई।
तीन आरोपी मेघालय पुलिस के हवाले
इधर इंदौर में गिरफ्तार तीन आरोपियों—राज कुशवाह, आकाश राजपूत और विशाल सिंह चौहान को मजिस्ट्रेट शशांक सिंह के रेसिडेंसी स्थित आवास पर पेश किया गया, जहां उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर मेघालय पुलिस को सौंप दिया गया। कार्रवाई में इंदौर क्राइम ब्रांच और मेघालय पुलिस की संयुक्त मौजूदगी रही।
क्या है पूरा मामला?
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11 मई 2025: इंदौर के राजा रघुवंशी (30) और सोनम रघुवंशी (25) की शादी होती है।
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22 मई: दंपती हनीमून के लिए मेघालय के शिलांग पहुंचते हैं।
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23 मई: दोनों होटल से चेकआउट करते हैं और उसके बाद लापता हो जाते हैं।
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2 जून: शिलांग के वेई सॉवडॉन्ग वॉटरफॉल के पास गहरी खाई से राजा का शव बरामद होता है, पास में ही स्कूटी भी लावारिस मिली।
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4 जून: शव को इंदौर लाकर अंतिम संस्कार किया गया।
हत्या में सोनम की भूमिका और गिरफ्तारी
हत्या के बाद राजा की पत्नी सोनम फरार हो गई थी, लेकिन 8 जून को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में नंदगंज पुलिस स्टेशन के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे सामने आए कि हत्या की साजिश पहले से रची गई थी, और इसमें सोनम के साथ राज कुशवाह और उसके सहयोगियों की मिलीभगत थी।
हत्या के पीछे छिपा गहरा षड्यंत्र
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, हत्या के लिए सोनम ने ₹5 लाख की सुपारी दी थी। अब तक चार आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिनमें से दो इंदौर और एक ललितपुर का निवासी है। मुख्य हमलावर आनंद कुर्मी को पहले ही बीना (सागर) से गिरफ्तार किया जा चुका है।
अब आगे क्या?
मेघालय पुलिस अब सभी आरोपियों से साजिश के हर पहलू की गहराई से पूछताछ करेगी:
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क्या नेपाल कनेक्शन था?
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सुपारी की राशि किसे और कब दी गई?
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क्या और भी लोग शामिल हैं इस खौफनाक साजिश में?
