अहमदाबाद विमान हादसे में मारे गए 241 यात्रियों के परिजनों को बीमा भुगतान कैसे होगा, क्या है मॉन्ट्रियल समझौता?

Picture of Deepak Mittal

Deepak Mittal

Ahemadabad Plane Crash Insurance: गुजरात के अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास 12 जून 2025 को एयर इंडिया की बोइंग 787 ड्रीमलाइनर फ्लाइट AI 171 क्रैश होने से गुजरात के पूर्व सीएम व‍िजय रूपाणी समेत कुल 241 लोगों की जान चली गई।

मरने वालों में 229 पैसेंजर, 2 पायलट, 10 क्रू मेंबर शामिल थे। सिर्फ एक यात्री विश्वास कुमार जिंदा बचा है। प्रत्येक मृतक यात्री के परिजनों को एयरलाइन मालिक टाटा ग्रुप की ओर से एक-एक करोड़ रुपए के मुआवजे का ऐलान किया है। बीमा भुगतान को लेकर भी चर्चा हो रहा है। कितना और कैसे भुगतान किया जाएगा? यह अभी तय नहीं हुआ है

बीमा क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों के अनुसार अहमदाबाद एयर इंडिया प्लेन क्रैश में मारे गए पैसेंजर्स के परिजनों को बीमा राशि का भुगतान मॉन्ट्रियल समझौते (कन्वेशन) के तहत किया जा सकता है। एयर इंडिया जैसी प्रमुख एयर लाइन के लिए विमानन बीमा कार्यक्रम बेड़े के आधार पर तय किए जाते हैं। लंदन और न्यूयॉर्क जैसे इंटरनेशनल बाजारों में पुनर्बीमा किए जाते हैं।

नवभारत टाइम्स में छपी खबर में प्रडेंट इंश्योरेंस ब्रोकर्स के उपाध्यक्ष (विमानन और विशेष लाइन) हितेश गिरोत्रा बताते हैं कि विमान में सवार यात्रियों की राष्ट्रीयता मॉन्ट्रियल कन्वेशन के अनुसार एयरलाइन कंपनी पर लागू न्यूनतम देनदारी को परिभाषित करेगी। उसके बाद भी बीमा राशि का भुगतान संभव है।

वहीं, ब्रोकरेज फर्म हाउडेन (इंडिया) के एमडी और सीईओ अमित अग्रवाल के अनुसार एयरलाइन की ओर अंतरिम मुआवजे की घोषणा की जा सकती है। लेकिन अंतिम मुआवजा 1999 के मॉन्ट्रियल समझौते के तहत निर्धारित किया जाएगा। समझौता पर भारत ने साल 2009 में हस्ताक्षेर किए थे।

Indian Dead Passenger Name: एयर इंडिया प्लेन क्रैश में मारे गए 169 भारतीय यात्रियों के नाम

प्रायश प्रमुख नंदा, दिलीप महेंद्रभाई पटेल, बाबीबेन कुबेरभाई पटेल, के. पटेल, मीना दिलीप पटेल, विजय रमिनीकलाल रूपाणी, अल्पा निशिथ सोनी, स्वप्निल सोनी, योगा सोनी, नेहा प्रमुख नंदा, प्रमुख प्रवेश नंदा, एस. पटेल, वल्लभ नागिनजी अघेड़ा, विनाबेन वल्लभ अघेड़ा, मानव अमृतलाल, एच. अवैया, जैमिनीबेन चौधरी, धनजीभाई चौधरी, कमलेशभाई चौधरी, आर चौहान, ए. चित्तेवाला, अतुल कुमार चोवाडिया, रावजी शंभु चोवाटिया, रावजी शारदाबन चोवाटिया, आर क्रिश्चियन, डेविड रोज़र क्रिश्चियन, एम डांगर, निरूपा डांगर, पुष्पाबेन रजनीकांत दर्जी, रजनीकांत चिमनलाल दर्जी, के दर्जी, नबनिता डांगर, स्मिता ज्योति इंद्रवदन दोशी, फैजान रफीक, जयाबेन खोराजिया, कांतिलाल जगजीवनदास गोहिल, अक्षय आर गोहेल, आर गोदीवाला, जे गोदीवाला, चंद्रप्रकाश हरि, नरपत बालूब, हिरपारा, वी हिरपारा, नुसरतजहां जेठरा, बी जिमुलिया, आर जिमुलिया, मिराया जोशी, प्रद्युत जोशी, प्रतीक जोशी, नकुल जोशी, पायल सुरेशभाई खटीक, अनिल लालजी खिमानी, नीलकुमार खूंट, यशा कामदार, एस मकवाना, भाविक माहेश्वरी, अपर्णा लवानिया, नीरज लवानिया, मेघा मेहता, सुनील कुमार मेहता, वर्षा मेहता, प्रकाश चंद्र मेनारिया, वर्दी चंद मेनारिया, साजिदाबेन सलीम मिस्टर, के मिस्त्री, शगुन मोदी, शुब मोदी, मरियम इनायत पडरिया, रिद्धि पडसलगी, के. पाघडाल, एन. पाघडाल, संजना सौरिन पालखीवाला, नरेंद्रमणिलाल पांचाल, एच. पंड्या, एन. पंड्या, अभिनव शिवभाई पनिहार, चैतन्य रमनलाल पारिख, हंसाबेन भोगीलाल परमार, भोगीलालभाई परमार, ए. पटेल, बाबूभाई मंजीभाई पटेल, भारतीबेन अशोकभाई पटेल, भारतीबेन जसभाई पटेल, बी पटेल, सी पटेल, दिनेशकुमार वसंतकुमार पटेल, ड्रिक प्रफुल्लकुमार पटेल, दिव्याबेन रजनीकांत पटेल, दुष्यंतकुमार एच पटेल, हरिभाई पटेल, हीना सौरभकुमार पटेल, हेमांगिनी भरतभाई पटेल, जयाबेन शांतिलाल पटेल, जयश्री शांतिलाल पटेल, कैलाशबेन धीरूभाई पटेल, के पटेल, किरीटकुमार पटेल, कुंजबिहारी एम पटेल, एल पटेल, एम पटेल, मुकुंदकुमार पटेल, एन पटेल, नदीम अशोकभाई पटेल, निखिलकुमार पटेल, पी. पटेल, पी. पटेल, पूजा हर्षित पटेल, प्रशांतकुमार दिलीपभाई पटेल, प्रवीणकुमार पटेल, पी. पटेल, राधाबाई पटेल, रजनीकांत महिजीभाई पटेल, आर. पटेल, रंजाबेन पटेल, रतिलाल अंबालाल पटेल, रेखाबेंरतिलाल पटेल, रुद्र चिरागकुमार पटेल, रूपाबेन पिनाल पटेल, साहिल सलीम इब्राहिम पटेल, शशिकांत रावजीभाई पटेल, सोम्बाभाई जेठाभाई पटेल, तारालिकाबेन पटेल, उषाबेनविनोदचंद्र पटेल, वैभव पटेल, विनोदचंद्रगोविंदभाई पटेल, वी. पटेल, मयूर अशोक पटेल, आभाबेन पवार, महादेव पवार, वी पेशावरिया, के प्रजापति, अक्षकुमार पुरोहित, वासुबेन नरेंद्र सिंह राज, खुशबू राजपुरोहित, भावना बिपिन राणा, अनामदीन राणा, खुशबू राजपुरोहित, नरसिह राघवभाई सगपरिया, बदुरुद्दीन राजू, हंसाबाई हलानी, नरसिंहजी अजयलाल सैय्यद, तस्नीम इनायतल सैय्यद, वाकीलनै इनायतल सैय्यद, हितेशकुमार धीरजलाल शाह, अमिता हितेश शाह, रूपाबेन पिनाकिनभाई शाह, पिनाकिन बुलाभाई शाह, ए. शर्मा, पार्थ एम. शर्मा, एस. शर्मा, स्मित पी. ​​शाह, टी. ठक्कर, डब्ल्यू. वाघेला, पी. वाघेला, एम. वाघेला, जेड. वहोरा, राम वलुबाई, ए. वंसदिया, डी. वंसदिया, आशाबेन रजकभाई वहोरा, कोमी व्यास

British Dead Passenger Name: एयर इंडिया प्लेन क्रैश में मारे गए 53 ब्रिटिश यात्रियों के नाम

ए अमीन, सुभाषचंद्र अमीन, के. पटेल, धीर बक्सी, हीर बक्सी, जी ब्रह्मभट्ट, कल्याणी गौरव ब्रह्मभट्ट, आदि गिरीश, तक्षवी गिरीश, अश्विन सुरेश ब्रह्मभट्ट, एफ ग्रीनहालघ, कामेश नीलकंठ, नीलेश जोशी, पन्ना नागर, एल्सीना अल्पेश माकन, जेमी रे मीक, मोहम्मद अमान अहमद, रजनीकांत हरिदास मेरवाना, रक्सा मोदी, रुद्र मोदी, बी. मोदी, आकाश मोदी मोदी, एस. नानाबावा, एम. परमार, जी. परमार, अल्तुफुसान इस्माइल पटेल, दीपक भीखाभाई पटेल, दिनेश हरीशभाई पटेल, हितेशकांत पटेल, एन. पटेल, नंदिनी पटेल, रमेशभाई पटेल, जयंतलाल सी. पटेल, जयश्री पटेल, एम. पटेल, मितल पटेल, मंजुलाबेन पटेल, एन. पटेल, नीलेश पटेल, पी. पटेल, राजश्री पटेल, एस. पटेल, शहजाद पटेल, एस. पटोलिया, विश्वाश कुमार रमेश (उत्तरजीवी), नैसत सैय्यद, सैय्यदमियाजा सैय्यद, केतनकुमार शाह, स्मित शाह, ए शेख, एफ शेख, एडम अली सैय्यद, हिना एडम ताजू, अली सैय्यद, एडम ताजू, एडम ताजू, इरशाद एडम ताजू वनिता काना, संतुभाई बीका, चंदू बागुबाने, देवजी लैकमाने, गिरीश लालजी, वासरामो आर. प्रेमजी, हेमैक्सी शांतिलाल

 

निराली सुरेश कुमार पटेल

अहमदाबाद प्लेन क्रैश हादसे में चमत्कारिक ढंग से एकमात्र जिंदा बचे भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक विश्वास रमेश कुमार विमान में सीट-11A पर बैठे थे। खिड़की वाली इस सीट से विश्वास मौत से ठीक से पहले प्लेन से बाहर आ गए थे। पीएम मोदी ने आज अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में उपचाराधीन विश्वास कुमार से मुलाकात की तो वे बोले-”पता नहीं मैं कैसे बच पाया। प्लेन क्रैश होता देख खुद ही सीट बेल्ट खोलकर इमरजेंसी दरवाजे से बाहर आ गया”

 

बता दें कि अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लंदन के गैटिवक एयरपोर्ट जा रही एयर इंडिया की इस फ्लाइट में विश्वास कुमार जिस सीट 11-A पर बैठे थे। वह हवाई जहाज में यात्रियों के सीटिंग नंबर के क्रम में ऐसी जगह पर रहती है, जहां से इमरजेंसी में विमान से कूदना, जल्दी निकलना दूसरे यात्रियों के मुकाबले आसान होता है। यह सीट आपातकालीन दरवाजे के सबसे करीब होती है।

Deepak Mittal
Author: Deepak Mittal

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *