देखिए सहप्रमाण जेम पोर्टल पर,,जो ऑनलाइन दिख रहा है कम दर वाले को बाहर ,,,ज्यादा दर वाले को काम,,???? यह है पीतांबर यादव जनपद सीईओ का खेल,,,
बालोद,, संपूर्ण छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में इन दिनों जनपद पंचायत सीईओ पीतांबर यादव के भ्रष्टाचार की कार्यप्रणाली को लेकर जहां सरपंच सचिव तनाव ग्रस्त हैं मानसिक दबाव में हैं वहीं दूसरी ओर जिम्मेदार सत्ता पक्ष, विपक्ष के जनप्रतिनिधि मौन व्रत किए हुए हैं शायद किसी बड़ी घटना का इंतजार है जनप्रतिनिधियों को,,, तभी तो चुप्पी साधे हुए हैं,, जब कोई बड़ी घटना घटित हो जाएगी तब सत्ता पक्ष ,,विपक्ष के जनप्रतिनिधि अवश्य सामने आएंगे,, परंतु अभी कुंभकरणीय नींद में दिख रहे हैं,, पिछले कई महीनों से बाहरी क्षेत्र के लोगों को लाभ पहुंचाने का कार्य पीतांबर यादव कर रहे हैं, बताया जा रहा है कि जिस फर्म को वे लाभ पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं वह मुख्यमंत्री का करीबी बताया जा रहा है क्या मुख्यमंत्री का करीबी होने का लाभ उन्हें इस तरह प्राप्त हो जाएगा की महंगी खरीदी भी होगी और बाहरी लोगों का प्रवेश जिले में हो जाएगा,,???? और जिले के स्थानीय लोगों को रोजगार कर दिया जाएगा ,,?????क्या यही है नियम,,, इसे लेकर क्षेत्र के लोगों में आक्रोश व्याप्त है पिछले दिनों सचिव संघ अध्यक्ष ने स्पष्ट अपने सचिव ग्रुप में पत्र जारी किया था कचरा गाड़ी ट्राई साइकिल की खरीदी को लेकर विवाद की स्थिति बन रही है तत्काल बैठक लिया जाए,, बैठक में जनपद सीईओ पीतांबर यादव के दबाव में सही निर्णय नहीं लिया जा सका और अभी मामला खटाई में पड़ा हुआ है एक और खाई तो दूसरी ओर गड्ढा वाली स्थिति बनी हुई है सरपंच सचिवों के लिए क्या करें क्या ना करें,,,???
यह है पीतांबर यादव सीईओ का खेल,, हो सकती है बड़ी और कड़ी कार्रवाई,,, सचिवों और सरपंचों को रखा गया अंधेरे में, अब दी जा रही है सफाई,, कहा जा रहा है नियम से किया गया,, कहां है नियम जैम पोर्टल में देखें,,,
पीतांबर यादव जनपद बालोद के हठीलेपन की वजह से सरपंच सचिव दहशत में,, दबाव में काम लिया जा रहा,, जनप्रतिनिधियों में आक्रोश सचिवों का बढ़ा मानसिक दबाव,, करें या ना करें,.??? क्या करें,,??? समझ से परे वाह रे पीतांबर यादव,,,
बालोद ब्लाक सचिव संघ की बैठक में सचिवों को पीतांबर यादव जनपद सीईओ ने समझाइए दिया कि कचरा गाड़ी ट्राई साइकिल सामान आने के बाद कैंसिल किया जा सकता है ,,,अब प्रश्न उठता है की सामान आने के बाद कैंसिल करना है तो पहले ही क्यों न कर दिया जाए,,???? आखिर पीतांबर यादव इतने पीछे क्यों पड़े हैं क्या राज है,, इसके पीछे ????
56,999/- महंगी खरीदी करने के बावजूद मोह भंग नहीं हो रहा है,
अपनी मुर्गी की एक टांग वाली कहावत चरितार्थ हो रही है पीतांबर यादव के साथ
आखिर पीतांबर यादव सरपंच सचिवों के अधिकार का हनन क्यों कर रहे हैं ,,???
उन्हें क्या मोह है ,,???ग्राम पंचायत में होने वाले सप्लाई को लेकर वह इतना रुचि क्यों ले रहे हैं बालोद जिले के 5 ब्लॉक में सिर्फ बालोद ब्लाक में ही यह स्थिति बनी है बाकी अन्य ब्लॉक में ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव स्वतंत्र है परंतु यहां बंधन इस तरह का बंधन आखिर क्यों,,????
पीतांबर यादव आखिर क्या चाहते हैं ,,???
क्यों इस तरह का माहौल पैदा कर रहे हैं
क्यों बाहरी लोगों को सहयोग कर बाहरी लोगों को फायदा पहुंचाने की नियत क्यों है ,,क्षेत्र के लोगों को बेरोजगार कर बाहरी लोगों को मालामाल कर रहे हैं,इसकी वजह से सरपंच सचिवों के बीच आक्रोश व्याप्त है ,,, स्वयं बाहरी राज्य के हैं इसलिए बाहरी लोगों को सहयोग कर रहे हैं क्षेत्र के लोगों को बेरोजगार कर रहे हैं अंग्रेजों की तर्ज पर फूट डालो राज करो का कार्य करने लगे हैं पीतांबर यादव,,,,ऐसे पीतांबर यादव को अब जवाब देंगे जनप्रतिनिधि,,
अब देखना होगा कि इतना विरोध होने के बावजूद पीतांबर यादव अड़े हुए हैं,,, सचिवों को समझाइए दे रहे हैं परंतु स्वयं पीछे हटने को तैयार नहीं है,,अधिकारों का हनन करने के लिए अभी भी तैयार हैं जिसका खामियाजा अपने भुगतना पड़ सकता है,,,,
बालोद जिले के डौडी ब्लॉक पंचायत को सीईओ को छोड़कर चारों ब्लॉक के सीईओ को एकजुट कर ताकत दिखाने का असफल प्रयास ,,???आखिर क्यों ???क्या है इसके पीछे राज कहीं पीतांबर यादव की फर्म तो नहीं,,,???
जैम पोर्टल के साथ खिलवाड़ जैम पोर्टल की आड़ में भ्रष्टाचार 34500 की कचरा गाड़ी ट्राईसाईकिल 56,999/- में
देखिए सह प्रमाण जैम पोर्टल पर,,जो ऑनलाइन दिख रहा है कम दर वाले को बाहर ,,,ज्यादा दर वाले को काम,,????
क्या है यह खेल,, क्यों उच्च अधिकारी नहीं कर रहे कार्रवाई,,, अब पार्श्वनाथ एजेंसी भी पहुंचे न्यायालय के दरवाज़े,,,,
बने रहिए हमारे साथ देते रहेंगे,,आपको पीतांबर यादव की भ्रष्टाचार की खबरें अगले अंक में सह प्रमाण के साथ,,
