
शैलेश शर्मा : घरघोड़ा-तमनार सड़क पर बीते दिनों से लगातार भारी ओवरलोड ट्रेलर और डंपर दिन-रात दौड़ रहे हैं, जिससे स्थानीय लोग भारी परेशानी का सामना कर रहे हैं।
कोयले से लदे इन भारी वाहनों की वजह से न सिर्फ सड़कों की हालत बिगड़ रही है बल्कि दुर्घटनाओं में भी वृद्धि हो रही है। हालांकि, प्रशासन और जनप्रतिनिधि इस मुद्दे पर मौन हैं, जिससे लोगों में नाराजगी बढ़ रही है।
इसी मुद्दे पर घरघोड़ा में युवा कांग्रेस और एनएसयूआई की बैठक युवा नेता उस्मान बेग के नेतृत्व में आयोजित की गई, जिसमें क्षेत्रीय नेता और ज़िला एनएसयूआई उपाध्यक्ष आदित्य दासे को कार्रवाई की ज़िम्मेदारी सौंपी गई।
बैठक के बाद आदित्य दासे ने अपनी टीम के साथ एसडीएम और थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपा, जिसमें एक सप्ताह के भीतर भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगाने की मांग की गई। साथ ही चेतावनी दी गई कि अगर कार्रवाई नहीं की गई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
ज्ञापन में स्पष्ट किया गया कि पिछले एक साल से स्थानीय लोग और युवाओं द्वारा लगातार भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगाने की मांग की जा रही है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इससे सड़कें क्षतिग्रस्त हो रही हैं और सड़क किनारे बसे ग्रामीणों के लिए समस्याएं बढ़ रही हैं।
यह सड़क घरघोड़ा से तमनार जाने का एकमात्र मार्ग है, जहां कई गांव और स्कूल स्थित हैं। यह सड़क लगभग 25 साल बाद दोबारा बनाई गई थी, लेकिन अब सैकड़ों ओवरलोड वाहनों की वजह से इसकी स्थिति फिर से खराब हो रही है। गाड़ी मालिकों का दावा है कि उन्हें स्थानीय प्रशासन और पुलिस से परमिशन मिली हुई है, जिससे यह वाहन बेरोकटोक चल रहे हैं।
युवाओं और स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही इस पर रोक नहीं लगाई गई, तो वे सड़क पर उतरकर आर्थिक नाकेबंदी करेंगे। इस नाकेबंदी की ज़िम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी।
इस ज्ञापन की प्रतिलिपि स्थानीय विधायक लालजीत सिंह राठिया, उपाध्यक्ष उस्मान बेग और थाना प्रभारी घरघोड़ा को भी दी गई है।
