(जे. के. मिश्रा ) बिलासपुर/ हाई कोर्ट में कार्य दिवस समाप्त होने के बाद कोर्ट ने एक संवेदनशील मामले में दुष्कर्म पीड़िता की अपील पर सुनवाई की। पीड़िता ने अपने 27 सप्ताह के गर्भ को समाप्त करने की अनुमति के लिए न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। शाम 5 बजे अदालत के उठने के बाद, पीड़िता की अर्जी पर विचार करते हुए, अदालत को शाम 6 बजे फिर से खोला गया और विशेष रूप से इस मामले की सुनवाई की गई।
पीड़िता ने मांगी गर्भपात की अनुमति
दुष्कर्म के बाद गर्भवती हुई पीड़िता ने कोर्ट से अपने 27 सप्ताह के गर्भ को समाप्त करने की अनुमति मांगी थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए, हाई कोर्ट ने तत्काल सुनवाई के आदेश दिए। हालांकि, तकनीकी कारणों से अदालत ने पीड़िता की अपील पर तत्काल निर्णय नहीं लिया और मेडिकल जांच की रिपोर्ट का इंतजार करने का फैसला किया। इसके लिए कोर्ट ने बलौदाबाजार-भाठापारा के मेडिकल बोर्ड को निर्देश दिया कि वह पीड़िता की जांच कर सोमवार तक अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करे।
सोमवार को होगी अगली सुनवाई
कोर्ट ने मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर सोमवार को पुनः इस मामले में सुनवाई करने का निर्णय लिया है। यह मामला इस कारण भी विशेष महत्व का है क्योंकि गर्भ की अवधि 27 सप्ताह हो चुकी है, और ऐसे में गर्भपात को लेकर कानून व चिकित्सा से जुड़ी कई संवेदनशीलताएं होती हैं। कोर्ट ने पीड़िता की स्थिति और मांग को ध्यान में रखते हुए सभी तथ्यों का गंभीरता से परीक्षण करने का आदेश दिया है।
इस मामले में कोर्ट की तत्परता और पीड़िता की तत्काल सुनवाई की मांग को देखते हुए, न्यायालय का संवेदनशील रुख दिखाई दिया।
