महासमुंद। महानदी तटस्थ ग्राम आछोल-समोदा में आज सुबह 10 बजे राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल और नगर सेना की संयुक्त टीम ने बाढ़ आपदा से निपटने के लिए व्यापक मॉक ड्रिल का आयोजन किया। इसका उद्देश्य आपदा की स्थिति में त्वरित राहत एवं बचाव कार्यों की वैज्ञानिक तैयारी और विभागों के बीच समन्वय को परखना था।
द्वितीय चरण में जिला अस्पताल में राहत शिविर बनाया गया, जहां आपातकालीन मेडिकल सेवा का प्रदर्शन किया गया। कमांडेंट मनीषा ठाकुर रावटे के मार्गदर्शन में अपर कलेक्टर सचिन भूतड़ा, एएसपी प्रतिभा पांडेय, एसडीएम हरिशंकर पैकरा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
इस अभ्यास में राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल ने नाव, मोटरबोट और रस्सी की मदद से तेज धारा में फंसे व्यक्तियों को रेस्क्यू जैकेट, ट्यूब और रस्सी के माध्यम से सुरक्षित निकालने का प्रदर्शन किया। स्वास्थ्य विभाग ने घायलों को तत्काल प्राथमिक चिकित्सा देने और उन्हें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र तक पहुँचाने की प्रक्रिया दिखाई।
पशुपालन विभाग ने जानवरों की सुरक्षा के उपाय बताए, विद्युत विभाग ने आपदा के समय बिजली बंद करने की अनिवार्यता पर जोर दिया, और पीएचई विभाग ने स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था के उपाय समझाए।
इस दौरान आम नागरिकों को बचाव के सामान्य तरीके और व्यवहारिक सुझाव भी दिए गए—ऊँचे स्थान पर पहुंचना, भीड़भाड़ से बचना, बिजली के खंभों और तारों से दूर रहना, सुरक्षित पेयजल का उपयोग करना, और बच्चों, बुजुर्गों एवं महिलाओं को प्राथमिकता देना।
अधिकारियों ने बताया कि इस प्रकार के अभ्यास समय-समय पर आयोजित किए जाएंगे, ताकि प्राकृतिक आपदा की स्थिति में किसी भी जान-माल की हानि को कम किया जा सके।

Author: Deepak Mittal
