
(विनय सिंह ) : 10 जून को बलौदाबाजार में हुए आगजनी कांड के सिलसिले में गिरफ्तार कांग्रेस पदाधिकारियों और समाज के लोगों से मिलने के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा गठित समिति ने जेल का दौरा किया।
समिति में पूर्व मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, धनेन्द्र साहू, प्रेमचंद जायसी, देवा देवागन, और हितेन्द्र ठाकुर शामिल थे। उन्होंने जेल में बंद युवा कांग्रेस के अध्यक्ष शैलेंद्र बंजारे, एनएसयूआई अध्यक्ष सूर्यकांत वर्मा, और अन्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात की।
मुलाकात के बाद डॉ. डहरिया ने पत्रकार वार्ता में सरकार और प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि बलौदाबाजार की घटना को रोकने में वे नाकाम रहे और अब निरपराध कांग्रेस कार्यकर्ताओं को फंसाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जेल में बंद कांग्रेस कार्यकर्ताओं से जबरन हस्ताक्षर करवाए जा रहे हैं और दबाव डाला जा रहा है कि वे विधायक देवेंद्र यादव का नाम लें। उन्होंने इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की और भाजपा पर भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भाजपा सतनामी समाज को बदनाम करने की कोशिश कर रही है और कांग्रेस पार्टी इस अन्याय के खिलाफ हरसंभव लड़ाई लड़ेगी।

पत्रकार वार्ता में डॉ. शिवकुमार डहरिया और अन्य कांग्रेस नेताओं ने यह भी कहा कि जिस तरीके से कांग्रेस कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है, वह भाजपा सरकार के राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि घटना के पीछे मुख्य रूप से भीम आर्मी, भीम क्रांति, भीम रेजिमेंट और सतनाम सेना जैसे संगठनों के लोग थे, लेकिन जांच सिर्फ कांग्रेस कार्यकर्ताओं और सतनामी समाज के लोगों पर केंद्रित है।
उन्होंने सवाल उठाया कि जिन लोगों ने इस घटना में भड़काऊ भाषण दिए, जिनमें भाजपा से जुड़े लोग भी शामिल थे, उन पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई। डॉ. डहरिया ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार सतनामी समाज को कमजोर करने और छत्तीसगढ़ में सामाजिक समरसता को तोड़ने का प्रयास कर रही है, क्योंकि यह समाज कांग्रेस का समर्थन करता है।
कांग्रेस नेताओं ने यह भी कहा कि अगर समय पर सीबीआई जांच की मांग मान ली जाती, तो इस प्रकार की घटनाएं टल सकती थीं। उन्होंने सरकार के इंटेलिजेंस और खुफिया तंत्र को भी विफल बताया और कहा कि सरकार अपनी विफलता छिपाने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को निशाना बना रही है।
कांग्रेस ने चेतावनी दी कि वे भाजपा के इस भेदभावपूर्ण रवैये के खिलाफ संघर्ष जारी रखेंगे और बेगुनाहों को न्याय दिलाने के लिए हर स्तर पर लड़ाई लड़ेंगे।
