
जे के मिश्र : बिलासपुर: शहर के कुछ प्रमुख कोचिंग संस्थानों पर जिला प्रशासन और नगर निगम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें सील कर दिया है। इनमें काम्पिटिशन लाइब्रेरी, कम्यूनिटी अकादमी, सिद्धि विनायक कोचिंग और प्रीमियम अकादमी शामिल हैं।
इन संस्थानों पर आरोप है कि ये बिना किसी सुरक्षा मानकों का पालन किए छात्रों को कोचिंग दे रहे थे, जिससे बच्चों की सुरक्षा को गंभीर खतरा था।
सुरक्षा मानकों की अनदेखी, फायर सेफ्टी का अभाव
पुराना हाईकोर्ट रोड पर स्थित इन कोचिंग संस्थानों में से किसी भी जगह फायर सेफ्टी की व्यवस्था नहीं थी। सभी क्लासरूम पूरी तरह से बंद कमरे में चल रहे थे, जहां 100 से अधिक छात्र-छात्राएं एक साथ पढ़ाई कर रहे थे।
बंद हाल में फायर सेफ्टी के बिना बच्चों को पढ़ाना गंभीर खतरे का संकेत है। यदि कोई आपात स्थिति उत्पन्न होती तो बच्चों के बाहर निकलने का कोई सुरक्षित रास्ता नहीं था।
प्रशासन की सख्त कार्रवाई
शुक्रवार शाम को एसडीएम पीयूष तिवारी और नगर निगम के अपर आयुक्त खंजाची कुम्हार के नेतृत्व में जिला प्रशासन और अतिक्रमण विरोधी दस्ता ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
जांच के दौरान पाया गया कि इन संस्थानों में बच्चों की सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं थे, न ही फायर सेफ्टी सिस्टम और न ही भवन अनुज्ञा के कागजात।
एसडीएम की सख्त हिदायत
गांधी चौक के पास स्थित सिद्धि विनायक कोचिंग सेंटर की जांच के दौरान एसडीएम पीयूष तिवारी ने पाया कि एक बड़े हाल में लगभग 100 बच्चों को कोचिंग दी जा रही थी। कमरे की खिड़कियां प्लाई से बंद थी और बाहर जाने का रास्ता केवल एक छोटी सी लोहे की सीढ़ी थी।
इस अव्यवस्था को देखकर एसडीएम ने नाराजगी जताई और स्पष्ट निर्देश दिया कि सभी खिड़कियां खुली रहनी चाहिए और आपातकालीन निकास द्वार का प्रबंध अनिवार्य है।
खामियों की सूची
काम्पिटिशन लाइब्रेरी: बच्चों को एक बड़े हाल में पढ़ाया जा रहा था, जहां लोहे की पतली सीढ़ी थी और फायर सेफ्टी की कोई व्यवस्था नहीं थी। पार्किंग की व्यवस्था भी सही नहीं थी।
प्रीमियम अकादमी: फायर सेफ्टी सिस्टम का अभाव, बंद हाल में पढ़ाई, सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं और भवन अनुज्ञा के कागजात नहीं मिले।
सिद्धि विनायक कोचिंग सेंटर: पूरी तरह से मानकों के खिलाफ संचालित, कोई सुरक्षा या फायर सेफ्टी फीचर नहीं।
कम्यूनिटी अकादमी: सुरक्षा और फायर सेफ्टी का कोई प्रावधान नहीं, बंद कमरे में पढ़ाई, और पार्किंग की व्यवस्था नहीं।
इन सभी खामियों को देखते हुए चारों संस्थानों को तत्काल सील कर दिया गया है।
