रायपुर/बस्तर।
बस्तर में आई भीषण बाढ़ के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज खुद मोर्चा संभाल लिया। उन्होंने बस्तर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई निरीक्षण किया और जमीनी हालात का जायज़ा लिया। इस दौरान उनके साथ मंत्री केदार कश्यप और मंत्री टंक राम वर्मा भी मौजूद रहे।
हेलिकॉप्टर से हालात देखने के बाद मुख्यमंत्री ने बस्तर, बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा के अधिकारियों के साथ बैठक की और राहत कार्यों की समीक्षा की।
राहत शिविरों में क्या हो रहा है?
प्रशासन द्वारा बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत शिविरों की स्थापना की गई है, जहां भोजन, चिकित्सा सुविधा और कपड़े उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
-
रोटरी क्लब ने जरूरतमंदों को कपड़े बांटे।
-
स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी राहत सामग्री प्रदान की है।
आंकड़ों की नजर से तबाही:
-
100 से अधिक परिवार बाढ़ से प्रभावित
-
22 मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त
-
दर्जनों मकानों को आंशिक नुकसान
स्थानीय समाजसेवी नीतीश वर्मा के मुताबिक, “स्थिति गंभीर है और पुनर्वास कार्य जल्द शुरू होना चाहिए।”
सवाल उठता है:
➡️ क्या हवाई सर्वे से ज़मीन की सच्चाई सामने आएगी?
➡️ क्या राहत सिर्फ फोटो सेशन तक सीमित है या सरकार गंभीरता से काम कर रही है?

Author: Deepak Mittal
