जशपुर।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज जशपुर जिले के ग्राम बगिया में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में ‘रक्त-मित्र’ डायरेक्ट्री का विमोचन करते हुए यह स्पष्ट कर दिया कि राज्य सरकार प्रत्येक नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने के लिए संकल्पित है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “रक्तदान एक ऐसा महादान है, जो किसी को जीवन दे सकता है। और अब, हमारी सरकार इसे और अधिक सुलभ व संगठित बनाने की दिशा में ठोस कदम उठा रही है।”
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा तैयार की गई ‘रक्त-मित्र’ डायरेक्ट्री को ‘ऐतिहासिक पहल’ बताते हुए कहा कि यह एक जीवनरक्षक साधन है, जो रक्त की जरूरत पड़ने पर मरीज और रक्तदाता के बीच की दूरी को पलों में खत्म कर देगा।
मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि जशपुर के नागरिकों की सक्रिय सहभागिता और सेवा भावना पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणास्रोत है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार ने हाल ही में एम्बुलेंस सेवाओं का विस्तार कर आपातकालीन चिकित्सा सहायता को और तेज़ और सुगम बनाया है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने रेडक्रॉस सोसायटी के आजीवन सदस्यों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया और नीरज शर्मा, अजय कुमार कुशवाहा, शिव नारायण सोनी जैसे समाजसेवियों के योगदान को सराहा। डायरेक्ट्री में 480 स्वैच्छिक रक्तदाताओं के नाम और मोबाइल नंबर शामिल हैं, जिससे जरूरतमंद बिना किसी परेशानी के सीधे संपर्क कर सकते हैं।
रक्त-मित्र बनने के इच्छुक व्यक्ति QR कोड स्कैन कर या जशपुर कलेक्ट्रेट (कक्ष क्रमांक 122) जाकर स्वयं को पंजीकृत कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री का यह कदम यह संकेत देता है कि छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य प्रणाली अब केवल सरकारी योजनाओं पर नहीं, बल्कि नागरिकों की भागीदारी से भी सशक्त होगी।

Author: Deepak Mittal
